राज्य के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र जुब्बल-कोटखाई का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने हाल ही में भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और आपदा से हुए नुकसान का जायज़ा लिया। मंत्री ने प्रभावित लोगों से मुलाकात की और ज़मीनी हालात की प्रत्यक्ष जानकारी ली।
मंत्री ने कोटखाई विकास भवन और हाटकोटी विश्राम गृह में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपदा राहत कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष उत्तर भारत में सामान्य से अधिक मानसूनी बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में गंभीर आपदाएं आई हैं, जिनमें उनका क्षेत्र भी शामिल है।
उन्होंने जानकारी दी कि जुब्बल-कोटखाई में सड़कों, मकानों, बिजली और जल आपूर्ति योजनाओं को भारी नुकसान पहुंचा है। जुब्बल उपमंडल में कुल 73 मकान प्रभावित हुए हैं, जिनमें 8 पूर्णतः और 65 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं। इसके अलावा एक व्यक्ति की मौत की भी पुष्टि की गई है। कोटखाई उपमंडल में 41 मकानों को नुकसान हुआ है, जिनमें 6 पूर्णतः और 35 आंशिक रूप से प्रभावित हैं। वहीं, टिक्कर उपमंडल में 29 मकान आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि ऊपरी शिमला के राष्ट्रीय राजमार्ग 705 और 707 समेत क्षेत्र की कई सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा है। अकेले जुब्बल मंडल में 172 सड़कों में से 21 बंद हैं, जिससे ₹57 करोड़ का नुकसान आंका गया है। कोटखाई उपमंडल में 33 सड़कें बंद हैं, जिससे ₹43.80 करोड़, और टिक्कर उपमंडल में 13 सड़कें बंद हैं, जिससे ₹12 करोड़ का नुकसान हुआ है।
बिजली और जल आपूर्ति भी इस आपदा से प्रभावित हुई है। विद्युत विभाग के अनुसार, जुब्बल-कोटखाई मंडल में ₹2 करोड़ और टिक्कर में ₹14 लाख का नुकसान हुआ है। जल शक्ति विभाग के अंतर्गत जुब्बल-कोटखाई में 131 योजनाएं और टिक्कर में 67 योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिनसे कुल ₹9.47 करोड़ का नुकसान हुआ है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सेब सीजन को देखते हुए उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता बागवानों के सेब को समय पर बाज़ार पहुंचाना और आम जनता की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पूरी गंभीरता से सड़कों को खोलने, बिजली-पानी की बहाली और राहत कार्यों में तेजी लाएं। उन्होंने यह भी कहा कि मशीनरी और श्रमिकों की संख्या आने वाले दिनों में और बढ़ाई जाएगी।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा MIS योजना के तहत सेब की खरीद सुचारु रूप से की जा रही है औरके 77 खरीद केंद्र पूरी क्षमता से कार्य कर रहे हैं। मंत्री ने विश्वास जताया कि अगले एक सप्ताह में सभी मूलभूत सुविधाएं बहाल कर दी जाएंगी ताकि जनजीवन सामान्य हो सके।
अंत में, शिक्षा मंत्री ने कहा कि वे निकट भविष्य में पुनः क्षेत्र का दौरा करेंगे और स्थिति की समीक्षा करेंगे। इस दौरान लोक निर्माण, जल शक्ति, विद्युत विभाग, तथा अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और क्षेत्रीय प्रशासन के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।