राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रैपेरटरी द्वारा अपने साठ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में शिमला में हीरक जयन्ती नाट्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। भाषा एवं संस्कृति विभाग, हिमाचल प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में दिनंाक 4 नवम्बर से 10 नवम्बर, 2024 तक आयोजित किए जा रहे इस सात-दिवसीय ‘रंग षष्ठि‘ नाट्य समारोह में कुल सात नाटकों का मंचन किया जाएगा।
A great opportunity to learn from theatre doyens
शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर के बहुदे्शीय सभागार में आयोजित हो रहे इस महोत्सव में प्रथम दिन 4 नवम्बर को ताज महल का टैन्डर, 5 नवम्बर को धर्मवीर भारती कृत अन्धा युग, 6 नवम्बर को बांयेन, 7 नवम्बर को बन्द गली का आखरी मकान, 8 नवम्बर को लैला मजनूं, नौ नवम्बर को माई री मैं का से कहूँ तथा 10 नवम्बर को बाबू जी नाटक का मंचन होगा।
Amazing festival for Shimlaites to see 7 great shows
4 नवम्बर: ताज महल का टैन्डर
5 नवम्बर: धर्मवीर भारती का अन्धा युग
6 नवम्बर: बांयेन का मंचन
7 नवम्बर: बन्द गली का आखिरी मकान
8 नवम्बर: लैला मजनूं की प्रस्तुति
9 नवम्बर: माई री मैं का से कहूँ
10 नवम्बर: बाबू जी नाटक
Open Theatre Workshop for all
इन नाटकों का निर्देशन सुप्रसिद्ध रंगमंच निर्देशकों राम गोपाल बजाज, चितरंजन त्रिपाठी तथा राजेश सिंह आदि द्वारा किया गया है। यह नाट्य महोत्सव प्रतिदिन सायं 05ः30 बजे आरम्भ होगा तथा इस हेतु प्रवेश निःशुल्क होगा। इसके अतिरिक्त दिनंाक 05 नवम्बर, 2024 से 09 नवम्बर, 2024 तक राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा गेयटी थियेटर के गोथिक हाॅल में प्रतिदिन कार्यशाला का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के अनुभवी निर्देशक व वरिष्ठ रंगकर्मी रंगमंच की बारीकियों तथा अभिनय के बारे में प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। कार्यशाला का समय प्रातः 10ः00 बजे से 01ः00 बजे तक रहेगा। कोई भी रंगमंच या अभिनय में रुचि रखने वाला व्यक्ति इस कार्यशाला में निःशुल्क भाग ले सकता है।