राष्ट्रीय पोषण माह-2025 के सफल आयोजन हेतु उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बताया गया कि 17 सितम्बर से 16 अक्टूबर 2025 तक शिमला जिला में आठवां पोषण माह विविध गतिविधियों के साथ मनाया जाएगा। इस वर्ष पोषण माह की थीम “Right Nutrition, Healthy Life” निर्धारित की गई है।
उपायुक्त ने कहा कि पोषण माह का उद्देश्य कुपोषण की रोकथाम कर स्वस्थ समाज की नींव रखना है। इस दौरान चीनी, नमक व तेल के सीमित उपयोग, वोकल फॉर लोकल, प्रारंभिक शिक्षा एवं देखभाल, शिशु आहार अभ्यास, पुरुषों की भागीदारी, अभिसरण क्रियाएं तथा डिजिटलीकरण जैसे प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री 17 सितम्बर को ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान का शुभारंभ करेंगे, जिसमें प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
उपायुक्त ने बताया कि जिला के सभी 2154 आंगनबाड़ी केंद्रों में जन-जागरूकता कार्यक्रम, पोषण संबंधी गतिविधियां और स्थानीय व्यंजनों को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे। साथ ही, उन्होंने पालकों से आह्वान किया कि वे गुच्छी, लिंगड़ जैसे पौष्टिक स्थानीय उत्पादों को बच्चों के आहार में शामिल करें।
बैठक में निर्देश दिए गए कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पालक की खेती को बढ़ावा दिया जाए तथा योगा गाइड की सेवाएं सुनिश्चित की जाएं ताकि बच्चों का शारीरिक व मानसिक विकास सुचारु रूप से हो सके।
उपायुक्त ने कहा कि बच्चों का पोषण केवल एक महीने की नहीं, बल्कि सालभर की सतत प्रक्रिया है और यह सभी विभागों की साझी जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बच्चे किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी पूंजी हैं, और उनका सर्वांगीण विकास राष्ट्र की दिशा तय करता है।
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पॉल, बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा स्वास्थ्य, शिक्षा व कृषि विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।