भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा गेयटी थिएटर शिमला के गौथिक हाल में आयोजित तीन दिवसीय “शिमला संगीत महोत्सव 2024” के दूसरे दिन मुख्य अतिथि उपाध्यक्ष विधानसभा विनय कुमार विशेष रूप में उपस्थित रहे व आयोजन का मंच संचालन कामायनी वशिष्ठ ने किया। इस आयोजन के पहले स्त्र में प्रसिद्ध गायक विद्याधर व्यास द्वारा भीमपलासी राग प्रस्तुत किया गया।
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इसके पश्चात सुप्रसिद्ध गायिका सुनंदा शर्मा व राजेंद्र प्रसन्ना ने अपनी अपनी प्रस्तुतियों से वाह वाही लूटी। सुनंदा शर्मा, जिनका हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा से विशेष संबंध रहा है ने उन्होंने ख्याल, ठुमरी, दादरा, चैती और कजरी जैसे विविध संगीत रूपों में महारत हासिल की है बनारस घराने में प्रशिक्षित सुनंदा शर्मा पारंपरिक रचनाओं में एक नया दृष्टिकोण लाती है अपनी कला से के माध्यम से सुनंदा भारतीय शास्त्रीय संगीत की समृद्ध ताने-बाने को बुनती रहती है और इस कलालीत कला के प्रति अपनी भक्ति से दर्शकों को प्रेरित करती हैं।
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राजेंद्र प्रसन्ना एक प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय संगीतकार हैं जिन्होंने बांसुरी और शहनाई दोनों में महारत हासिल की है। प्रसन्ना ने अपने प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया। निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग डॉ पंकज ललित ने बताया कि आयोजन के अंतिम दिन प्रात: 10:30 बजे स्कूल के विद्यार्थियों के लिए विभाग द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा जिसमें पंडित विद्याधर व्यास विद्यार्थियों को संगीत से जुड़ी बारिकियों का प्रशिक्षण देंगे तथा शाम को अभय सोपोरी द्वारा संतूर वादन तथा वारसी ब्रदरज, नसीर अहमद वारसी व नजीर अहमद वारसी द्वारा पारंपरिक राग में नातिया कव्वाली की प्रस्तुति होगी।
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इस आयोजन के संयोजक अनिता सिंह रही। निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग डॉ पंकज ललित, संयुक्त निदेशक मनजीत शर्मा, सहायक सचिव ओशिन शर्मा, उपनिदेशक अलका कैंथला, अनुसंधान सहायक संतोष कुमार, जसविंदर सिंह, अधीक्षक नीरू शर्मा व गेयटी प्रबंधक श्री सुदर्शन शर्मा व अन्य कर्मचारियों सहित गणमान्य उपस्थित रहे।
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Very nice platform to cover the overall highlights and to stay connected to the roots of shimla though distant apart from the place.
I extend my Best wishes and Congratulations to this platform for all their achievements..👍