शिमला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आठवीं कक्षा के छात्र छात्राओं को कोडिंग, रोबोटिक्स एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ज्ञान दिया गया l ऑस्ट्रेलिया में रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में प्रशिक्षण देने वाले शरद खन्ना ने इस कार्यशाला में बच्चों को जानकारी दी l स्कूल के बच्चों ने इस कार्यशाला में गहरी रुचि दिखाई l बच्चों ने कोडिंग के ज्ञान के साथ रोबॉट के इस्तेमाल की जानकारी प्राप्त की l स्कूल के कंप्यूटर टीचर एवं प्रिंसिपल ने सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत आयोजित इस कार्यशाला के लिए विभाग का धन्यवाद किया l उन्होंने यह अपेक्षा ज़ाहिर की कि हिमाचल में सरकारी स्कूलों में पांचवी छठी से कंप्यूटर शिक्षा शुरू की जाए जो की औपशनल के बजाय अनिवार्य हो और रोबोटिक्स एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ज्ञान भी बच्चों को दिया जाए l
ताकि बच्चों का संपूर्ण विकास हो और तकनिक एवं कंप्यूटर के क्षेत्र में ज्ञान प्राप्त कर अपना भविष्य उज्ज्वल कर सकें l हिमाचल के कुल्लू ज़िले से संबंध रखने वाले शरद खन्ना ऑस्ट्रेलिया में कई वर्षों कंप्यूटर इंजीनियरिंग कांसल्टेंसी के साथ साथ ऐरोबोटिक्स ग्लोबल के नाम से अपनी कंपनी के संस्थापक भी हैं l शरद विश्व भर के छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में सेवाएं दे रहे हैं l शरद खन्ना ऑस्ट्रेलिया के रॉयल एयर फ़ोर्स के कैडेट्स को भी प्रशिक्षण सेवाएं दे रहे हैं l उनका सपना है कि हिमाचल के बच्चों को रोबोटिक्स एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भरपूर ज्ञान प्राप्त हो और इस क्षेत्र में वह रोज़गार के साथ दुनिया भर में नाम कमा सकें l हिमाचल प्रदेश में सरकारी स्कूलों में केवल नवीं कक्षा (9th Class) के बाद पढ़ाया जा रहा है कंप्यूटर सब्जेक्ट l
वो भी है औपशनल l