भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पत्र सूचना कार्यालय, चंडीगढ़ द्वारा सोलन में “वार्तालाप” नामक मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम आपदा प्रबंधन, पोषण अभियान, बागवानी और महिला सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सरकार और मीडिया के बीच संवाद को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया।
कार्यशाला का शुभारंभ सोलन के उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने किया, जिन्होंने मीडिया को संवेदनशील और जिम्मेदार रिपोर्टिंग का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मीडिया को आपदाओं की खबरों में सनसनीखेजता से बचते हुए जनता को सरकार की सक्रियता का भरोसा देना चाहिए। उन्होंने मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि आपदा और स्वच्छता अभियानों में मीडिया की मदद से बेहतर परिणाम हासिल हुए हैं।
सोलन के अतिरिक्त उपायुक्त राहुल जैन ने बताया कि हिमाचल में आपदा प्रबंधन अधिनियम के लागू होने के बाद जान-माल के नुकसान में कमी आई है। उन्होंने मीडिया की आपदा पूर्व और बाद की जागरूकता में अहम भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने युवाओं और राजमिस्त्रियों को आपदा प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित करने के उपायों की जानकारी दी।
कार्यशाला में बागवानी विभाग की उप निदेशक डॉ. शिफाली ठाकुर ने बताया कि एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत फल, सब्जी और फूलों की नई किस्मों को अपनाकर किसानों की आय बढ़ाई जा रही है। उन्होंने पॉलीहाउस, जैविक खेती और मशीनरीकरण पर भी प्रकाश डाला।
शूलिनी यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डॉ. निशा कपूर ने “स्वस्थ नारी सशक्त परिवार” अभियान की महत्ता बताई और मीडिया की भागीदारी से इसे सफल बनाने पर जोर दिया।
महिला एवं बाल विकास विभाग के पदम देव शर्मा ने पोषण अभियान के तहत छोटे बच्चों और महिलाओं में कुपोषण को दूर करने की पहल और तकनीक-संचालित कार्यक्रमों का परिचय दिया।
कार्यशाला का संचालन पीआईबी चंडीगढ़ के मीडिया अधिकारी अहमद खान ने किया, जिन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर सोलन जिला के पत्रकार, शूलिनी विश्वविद्यालय के छात्र और जिला अधिकारी भी उपस्थित रहे।