प्रदेश सरकार बेहतर सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठा रही पुख्ता कदम: मुकेश अग्निहोत्री

0
217

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बेहतरीन तरीके से सड़क सुरक्षा के पुख्ता कदम उठाये जा रहे हैं। मुकेश अग्निहोत्री इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के सभागार में परिवहन विभाग और चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग द्वारा एक प्रतिष्ठित दैनिक अख़बार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित रोड सेफ्टी सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

शिमला में 1655 करोड़ से बन रहा सबसे बड़ा रोपवे 
उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा शिमला में 1655 करोड़ रुपए की लागत से सबसे बड़ा रोपवे बनाया जा रहा है, जिसके 24 स्टेशन शहर के विभिन्न स्थानों पर बनाये जा रहे हैं। इसके बनने से लोगों को यातायात की बेहतर सुविधा प्राप्त होगी और जाम की समस्या से भी मुक्ति मिलेगी। इसके अतिरिक्त, पैदल चलने वालों के लिए अलग से मार्ग बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, शहर में विभिन्न स्थानों पर लगभग 5000 गाड़ियों के लिए पार्किंग सुविधा तैयार की जा रही है।

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में रेलवे और हवाई मार्ग की सीमित सुविधा है लेकिन हिमाचल पथ परिवहन निगम की 3200 बसों के माध्यम से 5 लाख लोगों को प्रतिदिन बेहतर यातायात सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी प्रदेश के 70 लाख लोगों की जीवन रेखा है। 

परिवहन विभाग द्वारा उठाये जा रहे विभिन्न कदम
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा 12 बैरियर्स पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रेकग्निशन कैमरा लगाये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त, प्रदेश में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक भी बनाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा ऑटोमैटिक इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर भी स्थापित किए जा रहे हैं ताकि वाहनों की ऑटोमैटिक टेस्टिंग और पासिंग हो सके। उन्होंने परिवहन विभाग को विदेश जाने वाले लोगों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के लिए अलग व्यवस्था तैयार करने की दिशा में कार्य करने को कहा। 

शिमला मेडिकल कॉलेज से निकले छात्र पूरे देश में दे रहे सेवाएं
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला मेडिकल कॉलेज से निकले छात्र आज देश के कोने-कोने में सेवाएं दे रहे हैं। इसी प्रकार, प्रदेश से निकली नर्सें भी हर राज्य में अपनी बहुमूल्य सेवाएं दे रही हैं। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल को बचाने में सभी डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की भूमिका अहम है।

उन्होंने कहा कि डॉक्टर बनना बहुत मेहनत का काम है और उन पर लोगों की जान बचाने की महत्वपूर्ण जिम्मेवारी होती है। उन्होंने कहा कि आज के सेमिनार का आयोजन मुख्य तौर पर मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है ताकि मेडिकल की शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्राएं विभिन्न परिस्थितियों को बेहतर तरीके से संभाल सकें। इसी कड़ी में ऐसे आयोजन आगामी दिनों में प्रदेश के अन्य जिलों में स्थित मेडिकल कॉलेज में भी किया जाएगा। उन्होंने सभी डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ से वाहन चलाते समय सभी यातायात नियमों का पालन करने का आह्वान भी किया। 

रिसोर्स पर्सन ने विभिन्न विषयों पर की चर्चा
कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन सचिव राज्य परिवहन प्राधिकरण नरेश ठाकुर, आईजीएमसी से प्रोफेसर विनीत अग्रवाल, प्रिंसिपल आईजीएमसी डॉ सीता ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात पर्यटन एवं रेलवे नरवीर राठौर ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार साझा किए। 

उपमुख्यमंत्री ने इन्हें किया सम्मानित
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने निदेशक ट्रांसपोर्ट डि.सी. नेगी, निदेशक मेडिकल कॉलेज डॉ राकेश शर्मा, प्रिंसिपल आईजीएमसी डॉ सीता ठाकुर, उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, प्रिंसिपल सिस्टर निवेदिता नर्सिंग कॉलेज संतोष मानटा, सचिव राज्य परिवहन प्राधिकरण नरेश ठाकुर, उपनिदेशक परिवहन ओंकार सिंह, डीएसपी परिवहन दुष्यंत सरपाल और प्रोग्रामर परिवहन शीतल को सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कार्यक्रम के रिसोर्स पर्सन आईजीएमसी से प्रोफेसर विनीत अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात पर्यटक एवं रेलवे नरवीर राठौर को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर उपमंडल दण्डाधिकारी शिमला शहरी भानु गुप्ता सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

Daily News Bulletin

Previous articleखिलाड़ियों को अच्छी सुविधाएं मुहैया करवाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता – रोहित ठाकुर
Next articleखलग विद्यालय में भरे जाएंगे संगीत एवं रसायन विज्ञान के खाली पद – विक्रमादित्य सिंह

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here