गलती का एहसास
रणजोध सिंह द्वारा रचित लघुकथा उस दिन मैं कार की फ्रंट सीट पर बैठा हुआ प्रकृति के सुंदर नजारों का आनंद ले रहा था...
अन्तर: डाॅo कमल केo प्यासा
प्रेषक : डॉ. कमल के . प्यासा दीवान चन्द के यहां यदि कहीं उसकी डाक के साथ गलती से किसी दूसरे के नाम की...