नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश की गिरती स्वास्थ्य व्यवस्था पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री और उनकी सरकार केवल ‘विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा’ का दावा करती है, जबकि जमीनी सच्चाई इसके बिल्कुल विपरीत है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के अस्पतालों की हालत बदतर होती जा रही है, जहां आम जनता को इलाज के लिए संघर्ष करना पड़ता है और कई बार जान भी गंवानी पड़ती है। ठाकुर ने कहा कि सरकार को बार-बार आगाह किया गया लेकिन उसने आंखें मूंदे रखीं। उन्होंने मौजूदा सुक्खू सरकार को “सुख की सरकार” और “झूठे दावों की सरकार” करार देते हुए कहा कि ढाई साल इसी भ्रम में बीत गए, जबकि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था ‘क्रिटिकल लेवल’ पर पहुंच चुकी है। उन्होंने सरकार से अपील की कि अब और भ्रम फैलाने के बजाय सच का सामना करे और लोगों की समस्याओं का गंभीरतापूर्वक हल निकाले।
आपदा प्रबंधन को लेकर भी ठाकुर ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि जब प्रदेश प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है, तब भी सरकार प्रभावित लोगों के घाव पर मरहम लगाने के बजाय अपने बयानों और कार्यशैली से उनकी पीड़ा बढ़ा रही है। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में वे हिमाचल के सभी सांसदों, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और प्रभावित क्षेत्रों के विधायकों के साथ केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिले और राज्य को हुई भारी क्षति का ब्यौरा सौंपा। उन्होंने वित्त मंत्री से पुनर्निर्माण एवं पुनर्वास कार्यों के लिए विशेष वित्तीय सहायता की मांग की।
प्रस्तुत दस्तावेज़ के अनुसार, जून 2025 की आपदा में हिमाचल को अब तक 1200 करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक हानि और 50 से अधिक जनहानि हुई है। अकेले 30 जून की घटना में 42 लोगों की जान चली गई। 700 से अधिक घर पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं, जबकि 1000 से ज्यादा घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। 1000 से अधिक पशुशालाएं और पशुधन भी नष्ट हुआ है। साथ ही, खेती और बागवानी को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे लोगों की आजीविका पर सीधा असर पड़ा है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए ठाकुर ने राज्य के लिए त्वरित और समुचित सहायता की मांग की। वित्त मंत्री ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया।
गौरतलब है कि जयराम ठाकुर इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और जल संसाधन मंत्री सी.आर. पाटील से भी राज्य को अधिकतम सहायता दिलाने के लिए मुलाकात कर चुके हैं।