हिमाचल प्रदेश भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा प्रदेश के सुप्रसिद्ध साहित्यकारों की जयन्तियों का आयोजन नियमित रूप से किया जाता है ताकि उनके द्वारा समाज को दिखाए गए मार्ग और योगदान आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनें। इसी क्रम में क्रान्तिकारी एवं साहित्यकार यशपाल जी की जयन्ती का आयोजन इस वर्ष 3 दिसंबर, 2025 को लता मंगेशकर कला केन्द्र, समूरकलां, जिला ऊना में किया जा रहा है।
समारोह का उद्घाटन प्रातः 11:00 बजे होगा, जिसमें प्रो. हितेन्द्र पटेल, जो रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय, कोलकाता में इतिहास विभाग के अध्यक्ष हैं, ‘यशपाल की राजनीतिक दृष्टि’ विषय पर शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद आमन्त्रित विद्वानों द्वारा इस शोधपत्र पर चर्चा की जाएगी। समारोह में ऊना जिला के समीपवर्ती महाविद्यालय और तकनीकी संस्थानों से लगभग 500 छात्रों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है, ताकि युवा पीढ़ी यशपाल जी के जीवन, व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सके।
दोपहर 2:00 बजे राज्यस्तरीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रदेश भर से लगभग 50 कवि और लेखक भाग लेंगे। विभाग द्वारा यशपाल जी के जीवन वृत्त पर छायाचित्र प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी।
भाषा एवं संस्कृति विभाग की निदेशक रीमा कश्यप ने बताया कि यशपाल जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी कहानीकार और उपन्यासकार थे। उनकी कहानियों और उपन्यासों के अनुवाद मराठी, गुजराती, तमिल, तेलुगु, मलयालम, अंग्रेजी, रूसी और फ्रेंच भाषाओं में प्रकाशित हुए हैं। यशपाल जी के 50 से अधिक कहानी संग्रह, उपन्यास, नाटक, लेख संग्रह और जेल के संस्मरण प्रकाशित हुए हैं।



