कीक्ली ब्यूरो, 13 अक्टूबर, 2015, शिमला
आपदा, विकास की प्रक्रिया को प्रभावित करती है, जिससे उभरने में मनुष्य को काफी वक्त लगता है। यह जानकारी आज सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य एवं बागवानी मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स ने अंतरराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर सामर्थ्य-15 कार्यक्रम के तहत ऐतिहासिक रिज मैदान पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दी।
श्रीमती विद्या स्टोक्स ने कहा कि आपदा न्यूनीकरण और प्रबंधन टैक्निक के माध्यम से आपदा के समय निश्चित रूप से जानमाल के नुकसान को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार के अतिरिक्त, विभिन्न संगठन, संस्थाएं सामूहिक रूप से आपदा प्रबंधन के लिए सांझा प्रयास करें तो आपदा के समय होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय प्रदेशों में आपदा से अधिक नुकसान होने की संभावना रहती है। उन्होंने कहा कि पहाड़ी इलाकों में हमें इस संबंध में अत्यंत सतर्क रहने की आवश्यकता है। हम प्रयास करें कि मकानों का निर्माण भूकंपरोधी तकनीक पर आधारित हो।
उन्होंने युवाओं को इस संदर्भ में अधिक से अधिक संख्या में आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों व कार्यशालाओं के माध्यम से युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर आपदा के समय बचाव व राहत कार्यों में सहयोग प्रदान कर समाज की सच्ची सेवा व सहायता कर सकते हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों की निरंतरता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है, ताकि लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
श्रीमती विद्या स्टोक्स ने 7-एनडीआरएफ बटालियन द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में विभिन्न आपदाओं के समय किए जाने वाले बचाव व सहायता कार्यों के उपयोग में लाए जाने वाले उपकरणों की जानकारी लोगों को मिलेगी, जिससे उन्हें अत्यंत लाभ होगा। अन्य विभागों द्वारा आपदा के समय किए जाने वाले व्यवहार के संबंध में भी प्रदर्शनी में महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध करवाई गई है।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन के उपाध्यक्ष श्री राजेंद्र राणा ने बताया कि एक अक्तूबर से 13 अक्तूबर तक आपदा प्रबंधन जागरूकता कार्यक्रम सामर्थ्य-2015 के तहत आपदा प्रबंधन कार्यशालाओं, पंचायती राज संस्थाओं के लिए विशेष बैठकों, इंजिनियरों व वास्तुकारों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम, स्वयं सेवी संस्थाओं, एनसीसी, एनएसएस के स्वयं सेवकों के लिए प्रशिक्षिण व प्रदर्शनी आदि के माध्यम से लोगो को जानकारी प्रदान कर जागरूक किया गया।
रिज मैदान पर एनडीआरएफ के जवानों द्वारा आपदा के समय नागरिकांे को बचाव व राहत कार्य तथा घायलों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाने संबंधी मॉकड्रिल का प्रदर्शन भी किया गया। अग्निशमन विभाग द्वारा आपदा के समय विभिन्न आगजनी की घटनाओं से निपटने और लोगों को सुरक्षित बचाने संबंधी प्रदर्शन भी किया गया।
इस अवसर पर डिप्टी कंट्री डायरेक्टर यूएनडीपी सुश्री मरीना वॉल्टर, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य श्री कमल किशोर, विशेष सचिव राजस्व श्री डीडी शर्मा, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री जीसी नेगी, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सलाहकार समिति के सदस्य डॉ. एसपी कत्याल भी उपस्थित थे।