कीक्ली रिपोर्टर, 3 अगस्त, 2015, शिमला
पर्यावरण सुरक्षा सामूहिक दायित्व है जिसकी पूर्ति के लिए प्रत्येक नागरिक को अपने कर्तव्य का निर्वहन करना चाहिए। पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण अत्यंत आवश्यक है। ये विचार आज राज्य रेड क्रॉस अस्पताल कल्याण शाखा की अध्यक्षा प्रतिभा सिंह ने ऑकबुड जाखू में राज्य रैडक्रॉस एवं वन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित वन महोत्सव के अवसर पर व्यक्त किए।
उन्होंने आज मौरू का पौधा रोपित किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हमारी सघन वन सम्पदा पूर्वजों की विरासत है जिसको सहेज कर रखने के लिए बच्चों व युवाओं को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन शुद्ध वायु एवं जल की शुद्धता को बनाए रखने के लिए हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए।
मुख्य संसदीय संचिव, नन्द लाल ने भी इस अवसर पर देवदार का पौधा लगाया तथा कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए जिला रैडक्रॉस व अस्पताल कल्याण शाखा प्रंशसनीय कार्य कर रही है तथा हर वर्ष पौधरोपण करती है। पी0एस0 राणा, सचिव राज्य रेडकॉस शाखा ने बताया कि आज के पौधरोपण कार्यक्रम में 200 देवदार तथा मौरू के पौधे लगाए गए।
इस अवसर पर डा0 रमेश चन्द वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक इन्दिरा गांधी अस्पताल शिमला, राजकीय उच्च विद्यालय जाखू के विद्यार्थियों ने भी पौधा रोपण किया। राज्य रेडकॉस अस्पताल कल्याण शाखा की उपाध्यक्षा फिरोजा विजय सिंहं, डा0 (श्रीमती) कविता भरडी, (उपाध्यक्षा, अस्पताल कल्याण शाखा) अवैतनिक सचिव अस्पताल कल्याण शाखा पूनम चौहान, शबनम नेगी, सदस्य रेडक्रॉस, एवं अन्य सदस्याओं ने देवदार एवं मौरू के पौधों का रोपण किया।
इस कार्यक्रम में अनु नागर, सी0एफ0 (एच0आर0डी0), दिनेश पॉल, (ए0सी0एफ0) ललित कटोच, जिला वन अधिकारी (शहरी), बी0आर0कालटा, कार्यकारी अभियन्ता वन विभाग, सुशील कुमार तथा अन्य अधिकारी एवं अन्य कर्मचारियों ने वन महोत्सव के कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।