राजेश शर्मा, कीक्ली रिपोर्टर, 31 अगस्त, 2016, शिमला
राजकीय उच्च पाठशाला अनाडेल ने शुक्रवार को आस-पास के क्षेत्रों में पौधारोपण किया। वन विभाग की ओर से चौड़ा मैदान के डिप्टी रेंजर रामलाल झिंगटा ने पौधारोपण कार्यक्रम की अगुवाई की जिसमें फारेस्ट गार्ड महंेद्र ने भी भाग लिया । वन विभाग के सौजन्य से करवाये जा रहे इस पौधारोपण कार्यक्रम में देवदार, बान, कनोर और दाड़ू के पौधे रोपे गये। अवसर पर स्कूल ईको क्लब प्रभारी गोविंद शर्मा और सह प्रभारी मेहरचंद ने विद्यार्थियों को पौधारोपण के समय बरती जाने वाली सावधानियों को बताते हुए पौधे रोपे।
पौधारोपण करने से पूर्व प्रातःकाल स्कूल की मुख्य अध्यापिका करूणलता ने विद्यार्थियों को पौधारोपण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से निपटने के लिए पौधारोपण एक आसान और प्रभावी तरीका है। इसमें ऐसे पौधों को तरजीह दिये जाने की आवश्यकता है जिसमें ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन मिलती है। उनका कहना था कि हिमाचल में देवदार के वृक्ष ऐसे पेड़ों में शुमार है जिनके होने पर उस स्थान पर बारिश और बर्फ में कमी नहीं होती। उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि वह पेड़ों को लगाने के लिए चलाये जा रहे अभियानों को अपने आसपास रहने वाले लोगों को भी बताये। इससे वृक्षारोपण पर जन जागृति का संचार होगा।
इस अवसर पर माला थापा ने भी पौधारोपण के भविष्य पुराण, शारदातिलक एवं स्मृति ग्रंथों में मिलने वाले उद्धरणों से उसकी आध्यामिकता पर प्रकाश डाला और कहा कि यह काम न केवल पर्यावरण बचाने में सहायक अपितु यह पुण्य कर्म भी है। अध्यापक राजेश शर्मा ने भी पौधों के पोषण और संवर्धन पर बल दिया।
ये रहे उपस्थित अध्यापकों में माला थापा, कश्मीरा चौहान, मीना शर्मा, बीना शर्मा, गोविंद शर्मा, मेहरचंद और राजेश शर्मा। जबकि विद्यार्थियों में हेडबॉय शंकर, निकिता, भावना, पंकज, स्नेह और सौरव गिल सहित अनेक छात्रों ने भाग लिया।