कीक्ली रिपोर्टर, 17 मार्च, 2017, शिमला
संस्कारों में कमी के कारण वर्तमान समय में बुजुर्गों के सम्मान के प्रति दृष्टिकोण बदला है। यह विचार आज शिक्षा, विधि व संसदीय मामले मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कैथू में हैल्पेज इंडिया द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग हमारे समाज का सम्मानीय वर्ग है, इनके प्रति संवेदनशील व्यवहार अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज व्यस्तताओं के कारण हम इनके प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन सही रूप से नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की देखभाल प्रत्येक का दायित्व है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की देखरेख के लिए किसी संस्था विशेष की जरूरत नहीं होनी चाहिए, बल्कि हमें अपने आसपास ऐसा सामाजिक माहौल तैयार करना चाहिए, जो स्वयं बुजुर्गों की देखरेख करने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने हैल्पेज इंडिया द्वारा गरीब, असहाय व परित्यक्त बुजुर्गों की सेवा के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने इस अवसर पर हैल्पेज इंडिया द्वारा होम केयर पायलट प्रोजेक्ट के तहत गरीब बुजुर्गों को कंबल भी भेंट किए। उन्होंने संस्था द्वारा हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में ‘जब मैं 64 वर्ष का होउंगा’ विषय पर निबंध लेखन के प्रतिभागियों को पुरस्कार भी वितरित किए, जिसमें आकलैंड हाउस की मेघना भागीरथ को प्रथम पुरस्कार, प्रांजल को द्वितीय पुरस्कार तथा दयानन्द पब्लिक स्कूल की इशिता को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया। चित्रकला प्रतियोगिता में कान्वेंट आफ जीसस एंड मैरी की मान्या ठाकुर प्रथम, अमय कपिल द्वितीय तथा निशा सरकैक तृतीय स्थान पर रही।
उन्होंने बुजुर्गों की देखभाल के प्रति जागरूकता प्रदान करती पुस्तिका का भी विमोचन किया। हैल्पेज इंडिया के राज्य प्रमुख श्री राजेश कुमार ने बताया कि स्टुडेंट एक्शन फार वैल्यू ऐजुकेशन कार्यक्रम के तहत निबंध प्रतियोगिता में 285 व चित्रकला प्रतियोगिता में 104 बच्चों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि विजेताओं को पांच हजार, तीन हजार और एक हजार नकद पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
उन्होंने कहा कि होमकेयर पायलट प्रोजेक्ट के तहत आज 200 बुजुर्गों को मुख्यतिथि द्वारा कंबल प्रदान किए गए हैं। कार्यक्रम में लगभग 300 बुजुर्गों ने भाग लिया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश पैंशनर वैल्फेयर ऐसोसिएशन, सीनियर सिटिजन ऐसोसिएशन कैथू, शोघी व सायरी के सदस्यों ने भाग लिया।