कीक्ली रिपोर्टर, 28 जून, 2017, शिमला
शैमरॉक डैज़लर्ज़ प्ले स्कूल, नज़दीक संकट मोचन मंदिर, शिमला, में ईद का आयोजन बड़े धूम धाम से किया गया | जिसमें बच्चों व स्टाफ ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया I इस अवसर पर प्ले स्कूल की प्रधानाचार्य शैलजा अमरेईक ने सभी बच्चों व प्रदेशवासियों को ईद की दी हार्दिक बधाई और शुभकामनाए देते हुए नन्हे मुन्ने बच्चों को ईद को मनाये जाने के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विश्व में भारत ही एक ऐसा देश है जहाँ पर अनेक धर्मो के लोग एक साथ निवास करते हैं ।
जिस प्रकार हिन्दुओं के प्रसिद्ध त्योहार दीवाली, होली, जन्माष्टमी हैं, उसी प्रकार मुसलमानों के दो प्रसिद्ध त्योहार हैं जिनमें से एक को ईद अथवा ईदुल फितर कहा जाता है तथा दूसरे को ईदुज्जुहा अथवा बकरईद कहा जाता है ।
यह त्योहार प्रेमभाव तथा भाईचारा बढ़ाने वाले हैं । ईद का चाँद सब के लिए विनम्रता तथा भाईचारे का संदेश लेकर आता है । नमाज पढ़ने के पश्चात् सब एक दूसरे से गले मिलते हैं और ईद की बधाइयाँ देते हैं । इस दिन दुकानों तथा बाजार दुल्हन की तरह सजे होते हैं । प्रत्येक मुसलमान अपनी आर्थिक सामर्थ्य के अनुसार मिठाइयाँ बच्चों के लिए खिलौने खरीदता है । लोग मित्र और सम्बधियों में मिठाइयाँ बटवाते हैं ।
इस अवसर पर छोटे छोटे बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर भाग लिया व खूब मस्ती की तथा नन्हे मुन्नों को मिठाइयाँ भी बांटी गयीI