कीक्ली रिपोर्टर, 16 जून, 2018, शिमला
शैमरॉक रोजेंस स्कूल ने आज फादर्र्स डे बड़े ही धूम धाम के साथ मनाया। स्कूल की प्रधानाचार्य प्रीति चुट्टानी ने बच्चों को बताया कि फादर्स डे हर साल जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है, जो साल 1966 से सेलिब्रेट किया जाता रहा है। साल 1966 को अमेरिका के राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने इसे जून के तीसरे रविवार को मनाए जाने का फैसला किया था। हालांकि फादर्स डे सबसे पहले अमेरिका के वॉशिंगटन में साल 1909 का मनाया गया था।
17 जून 2018 को भारत समेत दुनियाभर में फादर्स डे के रूप में सेलिब्रेट किया जा रहा है। यह दिन करीब 108 सालों से लगातार हर साल सेलिब्रेट किया जाता है। यह दिन पिता के सम्मान और प्यार के रूप में माना जाता है। किसी भी व्यक्ति के लिए माता -पिता दुनिया में सबसे अहम होते हैं। मा-पिता ही है जो बच्चों को चलना सिखाने से लेकर अच्छे बुरे की सीख देते है। मा-पिता को भगवान का दर्ता दिया जाता है। इनके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने बताया कि जहां मॉ प्यार और करूणा के लिए जानी जाती हैं वहीं बच्चों की मजबूत नींव रखने का काम करते हैं। पिता, बच्चों के लिए ऐसा सहारा है जो उन्हें मजबूत, ताकतवर और तमाम कठिनाईयों से लडऩा सिखाता है। इसलिए भारत समेत कई देशों में पिता का प्यार और सम्मान देने के लिए साल में एक दिन यानी फादर्स डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है।
उन्होंने बताया कि इस साल 17 जून 2018 को रविवार के दिन फादर्स डे के रूप में सेलिब्रेट किया जा रहा है। पिछले साल 18 जून 2017 को फादर्स डे के रूप में मनाया गया था। बच्चों के साथ-साथ बच्चों के माता पिता ने भी स्कूल में आकर अपने बच्चों को आर्शिवाद दिया।