निर्वाचन अधिकारी एवं रिटर्निंग अधिकारी 62- कसुम्पटी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र डॉ पूनम ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देशों के तहत निर्वाचक प्रक्रिया में लोगों की सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से 62- कसुम्पटी निर्वाचन क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम के तहत आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला व्योलिया एवं मैहली में सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता (स्वीप) के नोडल अधिकारी दिलीप वर्मा ने अध्यापकों एवं विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश हैं। यहां मतदान द्वारा ही सरकार चुनी जाती है। वोट देना न सिर्फ व्यक्ति का कर्तव्य है बल्कि अधिकार भी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को अपने मत देने के अधिकार को समझना चाहिए। मतदाता लोकतंत्र की रीढ़ होते हैं, मत का प्रयोग समझदारी से किया जाना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जो अपने मताधिकार का उपयोग करने नहीं जा रहे उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है।
उन्होने कहा कि मतदाता को मत प्रयोग की ताकत को जानना चाहिए और आनेवाले समय में मतदाता निर्भीक होकर बिना लालच के मत का प्रयोग करें। स्वीप कार्यक्रम के अधीन दो मुख्य घटको ब्लु नेल पॉलिश अभियान व बालतंत्र अभियान की जानकारी भी दी। बालतंत्र की जानकारी देते हुये कहा कि उन्हे शपथ लेनी है कि वे मतदान के दिन अपने घर के सभी बर्जुर्गों, युवाओं और महिलाओं को चुनाव में बढ़-चढ़ भाग लेने के लिय प्रेरित करेगें। इस मौके पर सभी को मतदान देने की शपथ दिलाई गई व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला व्योलिया की प्रधानाचार्या निशा भलूनी व मैहली की कार्यवाहक प्रधानाचार्य डॉ आशा ठाकुर ने महिला प्राध्यापकों व अध्यापिकाओं को ब्लू नेल पेंट लगाया जो वोट के प्रति जागरूकता का संदेश है । इस अवसर पर कसुम्पटी निर्वाचन क्षेत्र के सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता (स्वीप) के दुसरे नोडल अधिकारी हेमंत वर्मा ने विद्यार्थियों को मतदान के महत्व की विस्तार से जानकारी दी तथा प्रजातंत्र के मूल्यों को विकसित करने की जरूरतों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र वास्तव में अधिकाधिक मतदान से ही मजबूत और समृद्ध होता है तथा बूथ स्तर के अधिकारियों से आग्रह किया कि वह अधिक से अधिक लोगों को बूथ स्तर पर मतदान के लिए जागरूक करें।