कीकली रिपोर्टर, 31 अक्टूबर, 2018, शिमला
हिमाचली महिला टीम का जलवा बरकरार 5वीं बार जीता फिस्ट्बाल ख़िताब, पुरुष वर्ग में फ़ाइनल पर हरियाणा का रहा कब्जा
सोलन के ठोडो मैदान में आयोजित तीन दिवसीय 9वीं जूनियर नेशनल फिस्ट्बाल प्रतियोगिता में हिमाचल की बेटियों का जलवा बरकरार रहा। प्रतियोगिता में भाग ले रही कुल 31 टीमों में हिमाचल की जूनियर महिला फिस्ट्बाल टीम ने अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए जूनियर नेशनल फिस्ट्बाल ट्रॉफी का फ़ाइनल जीत 5 वीं बार खिताब अपने नाम किया तो वहीं पुरुष वर्ग में फाइनल पर हरियाणा का कब्जा रहा। महिला वर्ग में तमिलनाडू दूसरे स्थान पर जबकि पुरुष वर्ग में तेलंगाना दूसरे, राज्यस्थान तीसरे तो वहीं हिमाचल को चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा।
इस बीच तीन दिवसीय प्रतियोगिता में 400 से अधिक खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता में भाग लेकर अपना खेल प्रदर्शन दिखाया। महिला वर्ग में हिमाचल महिला टीम से भावना वर्मा को जबकि पुरुष वर्ग में हरियाणा के नवीन काद्यान को बेस्ट प्लेयर के अवार्ड से नवाजा गया।
इस बीच हिमाचल फिस्टबॉल एसोसिएशन प्रधान देवेन्द्र सिंह जस्टा ने खेल के आयोजन में सोलन उपायुक्त के असहयोत्मक रुख पर रोष व्यक्त करते हुए इसे सीधे-सीधे मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना करार दिया। एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से ऐसे प्रसाशनिक अधिकारियों के खिलाफ कठोर कारवाई अमल में लाए जाने की मांग उठाई है। असोसिएशन प्रधान ने कीकली से बात करते हुए कहा कि युवाओं में नशे कि प्रवृति पर अंकुश लगाते हुए उन्हें खेलों के प्रति आकर्षित कर भारत के स्वस्थ युवा भविष्य निर्माण के उदेश्य से असोसिएशन लगातार इस खेल का आयोजन करती आ रही है। लेकिन हिमाचल में फिस्ट्बाल खेल को रु-ब-रु कराने के बावजूद हिमाचल खेल विभाग द्वारा प्रतियोगिता के आयोजन व संचालन में आर्थिक सहयोग तो दूर कि बात, खिलाड़ियों के लिए ट्रांसपोर्टेश्न व बोर्डिंग जैसी सुविधा उपलब्ध करवाने कि गुजारिशों पर भी अधिकारियों का पल्लू झाड़ लेना हिमाचल में खेल के उत्थान व विकास पर ग्रहण लगाने जैसा प्रयास है। जस्टा ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर खेल आयोजन को सफल बनाए जाने के मुख्यमंत्री के आदेशों को प्रसाशनिक अधिकारियों द्वारा दरकिनार किया जाना निंदनीय है।
एसोसिएशन प्रधान देवेन्द्र जस्टा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फिस्ट्बाल खेल की मजबूती और खिलाड़ियों की सुविधार्थ सरकार द्वारा आवश्यक कदम उठाए जाने की गुहार लगाई है। एसोसिएशन प्रधान ने सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि फिस्ट बॉल खिलाड़ियों को सम्मानित करने के साथ साथ सरकार को उनके लिए एड्मिशन और नौकरी संबन्धित कोटे के अंतर्गत लाया जाए ताकि ऐसे होनहार खिलाड़ियों को उचित सुविधाएं प्राप्त हो सकें।