June 15, 2025

बाल रंगमंच उत्सव – अंतर विद्यालय हिंदी नाटक प्रतियोगिता; 3 – 5 अक्टूबर, शिमला

Date:

Share post:

अभिनेता विनीत कुमार द्वारा शिक्षकों और रंगकर्मी कलाकारों के लिए विशेष कार्यशाला

आगामी अंतर विद्यालय हिंदी नाटक प्रतियोगिता की तैयारियां जोश में

अंतर विद्यालय हिंदी नाटक प्रतियोगिता की तैयारी जोरों पर है और इस बार प्रतियोगिता की थीम और दिशा-निर्देशों में कुछ खास बदलाव किए गए हैं। इस बार की प्रतियोगिता दो मुख्य खंडों में आयोजित की जाएगी—पहला, कहानियों को एकांकी नाटक में रूपांतरित करना, और दूसरा, निर्धारित तिथियों पर उनका प्रदर्शन। इस प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए अभिनेता विनीत कुमार द्वारा शिक्षकों और रंगकर्मी कलाकारों के लिए एक विशेष कार्यशाला भी आयोजित की जा रही है।

यह कार्यशाला जून के अंतिम सप्ताह में होगी, जहां प्रतिभागी अपनी कहानियों का रूपांतरण लेकर कोर टीम के साथ विचार-विमर्श कर सकेंगे। कोर टीम में क्षेत्र के प्रतिष्ठित कलाकार जैसे श्रीनिवास जोशी, जवाहर कॉल, भूपिंदर शर्मा, विवेक मोहन शामिल हैं, साथ ही सहायक क्रिएटिव डायरेक्टर के रूप में श्रुति रोहटा, रुपेश भीमटा, नीरज पराशर, संजीव अरोरा और नरेश के मींचा मौजूद रहेंगे।

***

रंगमंच विशेषज्ञ निर्णायक

किसी भी आयोजन के लिए यह अत्यंत आवश्यक होता है कि एक अनुभवी और समर्पित निर्णायक मंडल हो, जो मंच पर प्रस्तुत हो रही प्रतिभा और रचनात्मकता को समझ सके। इस वर्ष बाल रंगमंच महोत्सव — अंतर विद्यालय हिंदी नाटक प्रतियोगिता में 19 स्कूलों के युवा कलाकार भाग लेंगे, जिनके प्रदर्शन का मूल्यांकन हमारी तीन सम्मानित जूरी सदस्य — अनिता पांडेय, अवतार साहनी, और सुरेश शर्मा द्वारा किया जाएगा। उन्हें हमारे इस उत्सव का हिस्सा बनाना हमारे लिए गर्व और सम्मान की बात है। इसी के साथ, विनीत कुमार जी शिक्षकों, युवा निर्देशकों और बच्चों के लिए एक विशेष कार्यशाला संचालित करेंगे ताकि उनकी प्रतिभा और कौशल को और निखारा जा सके।

हमारे कोर टीम में शहर के प्रतिष्ठित कलाकार भी शामिल हैं — श्रीनिवास जोशी, जवाहर कॉल, भूपिंदर शर्मा, और विवेक मोहन। इसके अतिरिक्त सहायक क्रिएटिव डायरेक्टर्स के रूप में श्रुति रोहटा, रुपेश भीमटा, नीरज पराशर, संजीव अरोरा, और नरेश के मींचा हमारे साथ मिलकर टीमों के साथ मिलकर कार्य करेंगे।

हमारा उद्देश्य — जुनून के साथ कड़ी मेहनत कर युवा पीढ़ी को उत्कृष्टता की ओर मार्गदर्शन देना और उनके हुनर को निखारना।

DETAILS OF SEASON 2023 & 2024

प्रतियोगिता की रूपरेखा और दिशा-निर्देश

प्रतियोगिता में चुनी गई कहानियाँ हिमाचल प्रदेश के लेखकों द्वारा लिखी गई हैं, जिन्हें अधिकतम 20 मिनट के शार्ट प्ले में रूपांतरित किया जाना है। प्रत्येक टीम को रूपांतरण और प्रदर्शन के लिए 3,000 रुपये भी प्रदान किए जाएंगे, जिन्हें वे अपनी आवश्यकताओं के अनुसार उपयोग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले शिक्षकों को पूर्व निर्धारित तिथि पर एक दिवसीय कार्यशाला में हिस्सा लेना अनिवार्य होगा, जिसमें वे बच्चों के साथ मिलकर कहानी को नाटकीय रूप देंगे।

स्कूलों को हिंदी या अंग्रेजी में कहानियाँ दी जाएंगी, लेकिन अंतिम नाटक केवल हिंदी में प्रस्तुत किया जाएगा। शिक्षकों को यह भी सुझाव दिया गया है कि वे बच्चों को स्क्रिप्ट लेखन में सक्रिय रूप से शामिल करें क्योंकि रिहर्सल के दौरान कोर टीम उनकी भागीदारी का मूल्यांकन करेगी।

प्रतियोगिता की एक विशेष शर्त यह भी है कि मूल कहानी के विषय में कोई बदलाव नहीं होना चाहिए, हालांकि रचनात्मकता के तहत शुरुआत या अंत में कुछ फेरबदल किए जा सकते हैं। पात्रों और प्रतिभागियों के नाम अगस्त के पहले सप्ताह तक आयोजकों को सूचित करना आवश्यक होगा।

तकनीकी और आयोजन संबंधी व्यवस्थाएँ

टीमों को प्रॉप्स स्वयं बनाने होंगे और स्पॉटलाइट तथा फॉग मशीन जैसी तकनीकी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। टीम में अधिकतम 15 सदस्य शामिल हो सकते हैं, जिनमें बैकस्टेज सपोर्ट भी शामिल है।

सितंबर के दूसरे सप्ताह में, प्रत्येक टीम को अंतिम रिहर्सल के लिए गॉथिक हॉल में समय स्लॉट दिया जाएगा, जहां कोर टीम उनके नाटक का मूल्यांकन करेगी। इस अवसर पर शिक्षकों से यह अपेक्षा है कि वे तीन-तीन स्क्रिप्ट कॉपियाँ कार्यशाला के दौरान प्रस्तुत करें—एक स्वयं के लिए, एक रचनात्मक निदेशक के लिए, और एक टीम कीकली को सौंपने के लिए।

पुरस्कार और सम्मान

प्रतियोगिता में विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाएंगे, जिनमें सर्वश्रेष्ठ रूपांतरण, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता एवं अभिनेत्री, सर्वश्रेष्ठ शिक्षक निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ सेट डिज़ाइन एवं प्रॉप्स, ध्वनि प्रभाव और संगीत, सर्वश्रेष्ठ वस्त्र और विशेष जूरी पुरस्कार शामिल हैं।

अंतिम प्रदर्शन का अस्थायी कार्यक्रम

प्रतियोगिता के अंतिम प्रदर्शन तीन दिनों तक आयोजित होंगे:

  • दिन 1 (3 सितंबर, शुक्रवार): उद्घाटन सुबह 11 बजे, प्रदर्शन 11:30 बजे से शाम 4 बजे तक

  • दिन 2 (4 सितंबर, शनिवार): प्रदर्शन सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक

  • दिन 3 (5 सितंबर, रविवार): प्रदर्शन सुबह 11 बजे से 1 बजे तक, उसके बाद दोपहर 2 बजे समापन समारोह और पुरस्कार वितरण


यह प्रतियोगिता न केवल हिंदी नाटकों को बढ़ावा देती है, बल्कि हिमाचल के साहित्यिक और सांस्कृतिक धरोहर को भी एक नई दिशा देने का माध्यम बनती है। अभिनेता विनीत कुमार द्वारा आयोजित यह कार्यशाला शिक्षकों और कलाकारों के लिए एक अनूठा अवसर है, जिससे वे बच्चों के साथ मिलकर रचनात्मक कला को और समृद्ध कर सकेंगे।

Initiative of Samagra Shiksha Himachal Pradesh – Sponsored

Daily News Bulletin

Keekli Bureau
Keekli Bureau
Dear Reader, we are dedicated to delivering unbiased, in-depth journalism that seeks the truth and amplifies voices often left unheard. To continue our mission, we need your support. Every contribution, no matter the amount, helps sustain our research, reporting and the impact we strive to make. Join us in safeguarding the integrity and transparency of independent journalism. Your support fosters a free press, diverse viewpoints and an informed democracy. Thank you for supporting independent journalism.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related articles

मेले हमारी संस्कृति, परंपराओं और सामाजिक एकता का प्रतीक – अनिरुद्ध सिंह

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र के जनेड़घाट में आयोजित पारंपरिक मेला...

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कठासू में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र के कठासू क्षेत्र का दौरा किया और यहां कई...

Blood Donation Camp Organized by District Red Cross Society, Shimla on World Blood Donor Day

On the occasion of World Blood Donor Day, the District Red Cross Society, Shimla organized a blood...

राज्यपाल ने वैज्ञानिक अनुसंधान में पारंपरिक ज्ञान के महत्त्व पर बल दिया

हिम विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन के दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज शिमला में...