लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शनिवार को घरयाणा पंचायत (सुन्नी) में आयोजित महा दंगल में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खेलों के विकास, विशेषकर कुश्ती जैसे पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। कुश्ती जैसे खेल युवाओं में अनुशासन और आत्मविश्वास पैदा करते हैं, साथ ही प्रदेश और देश को गौरवान्वित करते हैं।
मंत्री ने आयोजकों को सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए बताया कि उनके पिछले कार्यकाल में घरयाणा दंगल मैदान में बैठने की सुविधा हेतु ₹15 लाख की राशि स्वीकृत की गई थी, जिससे दर्शकों के लिए बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने घरयाणा पंचायत के अधूरे भवन को पूरा करने के लिए ₹10 लाख की अतिरिक्त राशि देने की घोषणा की। इसके साथ ही नालियों के निर्माण और अन्य विकास कार्यों के लिए ₹6 लाख की अतिरिक्त मदद का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि सुन्नी क्षेत्र के सेवानिवृत्त सैनिकों के सम्मान में जल्द ही एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
विक्रमादित्य ने बताया कि बीते ढाई वर्षों में शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में ₹400 करोड़ से अधिक के विकास कार्य स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से कई योजनाएं कार्य प्रगति पर हैं। इसके तहत प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के चौथे चरण में प्रदेश में 1,500 किलोमीटर नई पक्की सड़कों का निर्माण भी किया जाएगा।
सुन्नी शहर को स्थायी पेयजल आपूर्ति उपलब्ध करवाने के लिए ₹25 करोड़ की परियोजना स्वीकृत की गई है, जिसका काम अंतिम चरण में है। इससे नगर पंचायत सुन्नी के सभी सात वार्डों को पर्याप्त जल आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
घरयाणा दंगल के बाद मंत्री ने घनाहट्टी में आयोजित महा दंगल में भी भाग लिया और विजेता एवं प्रतिभाशाली पहलवानों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
इस मौके पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और बड़ी संख्या में कुश्ती प्रेमी जनता ने भाग लिया। यह आयोजन न केवल खेल प्रतिभाओं को मंच देने का अवसर है, बल्कि ग्रामीण समाज के सामाजिक और सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रतीक भी बन गया है।