मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत, शिमला जिला प्रशासन ने ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ की दो मेधावी छात्राओं को मॉल रोड की सैर और विशेष सम्मान प्रदान किया। कक्षा 10वीं में 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाली रितिका (91.6%) और रीना (90%) को न सिर्फ उनकी पसंद के उपहार दिए गए, बल्कि उपायुक्त अनुपम कश्यप और एसपी संजीव गांधी के साथ शिमला मॉल रोड की सैर भी करवाई गई।
बालिका आश्रम मशोबरा में रह रहीं ये छात्राएं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मशोबरा में अध्ययनरत हैं। जिला प्रशासन ने उन्हें हाई-एंड कैफे में विशेष भोज का आनंद दिलाया, जिससे इन होनहार बच्चियों का मनोबल और आत्मविश्वास और भी बढ़ा।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने छात्राओं को मेहनत और नैतिक मूल्यों के साथ अपने लक्ष्यों को पाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि “मेहनत का कोई शॉर्टकट नहीं होता, और यही सफलता की असली कुंजी है।”
मुख्यमंत्री सुक्खू द्वारा आरंभ की गई ‘मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना’ को बच्चों के लिए एक क्रांतिकारी कदम बताते हुए उपायुक्त ने बताया कि योजना के तहत राज्य सरकार बेसहारा बच्चों की पढ़ाई, रहन-सहन, मासिक पॉकेट मनी और सामाजिक संरक्षण की पूरी जिम्मेदारी उठा रही है।
इस योजना के तहत शिमला जिले में अब तक 581 बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ घोषित किया गया है। प्रशासन द्वारा अब तक 22 बच्चों को हवाई यात्रा के माध्यम से गोवा, दिल्ली, आगरा व चंडीगढ़ का भ्रमण भी करवाया जा चुका है।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त ज्योति राणा और जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पाल भी उपस्थित रहीं।