नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुजानपुर में सर्व कल्याणकारी ट्रस्ट द्वारा आयोजित महिला सम्मान कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिना किसी गारंटी के मातृशक्ति को सम्मान और सशक्तिकरण देने का कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं और सैनिकों का सम्मान बढ़ाने में प्रधानमंत्री का योगदान अतुलनीय है, जिसने देश को आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर किया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अनेक योजनाएं चलाईं — नारी शक्ति वंदन अधिनियम के तहत 33 प्रतिशत आरक्षण, उज्ज्वला योजना, गृहिणी सुविधा योजना, जनधन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना और ड्रोन सखी जैसी पहलें—इन सबने महिलाओं के आत्मबल को नई ऊंचाई दी है।
उन्होंने कहा कि देश में दो करोड़ महिलाएं “लखपति दीदी” बनीं, और सरकार का लक्ष्य दो करोड़ और महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो कार्य किए, उसके लिए कोई गारंटी नहीं दी, लेकिन सब पूरा किया। वहीं, हिमाचल प्रदेश सरकार ने 18 से 60 वर्ष की महिलाओं को ₹1500 मासिक देने की गारंटी दी, पर आज तक एक पैसा भी नहीं दिया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने विकास की बजाय संस्थानों को बंद करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सैकड़ों संस्थान और दर्जनों योजनाएं बंद कर दी गई हैं, जिससे आम जनता प्रभावित हो रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि “व्यवस्था परिवर्तन के बजाय यह सरकार व्यवस्था पतन की राह पर चल रही है।”
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के लोग आज भी हमारी सरकार की योजनाओं — हिम केयर, सहारा योजना, शगुन योजना और वृद्धा पेंशन — को याद करते हैं। आज लोगों को न पेंशन मिल रही है, न योजनाओं का लाभ।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में आज अराजकता का माहौल है और मुख्यमंत्री जनता से कट चुके हैं। उन्होंने कहा कि “मुख्यमंत्री मित्रों के बीच तो दिखते हैं, लेकिन जनता के दुख-दर्द सुनने का समय नहीं है।”
उन्होंने कहा कि सरकार प्रचार तंत्र के सहारे झूठ फैलाने में व्यस्त है, जबकि जमीनी स्तर पर हालात खराब हैं।
कार्यक्रम में उन्होंने सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा और उनके परिवार द्वारा सामाजिक क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि राणा पिछले 25 वर्षों से निरंतर जनता की सेवा कर रहे हैं।




