शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज कोटखाई उपमंडल की ग्राम पंचायत थरोला में 1 करोड़ 45 लाख रुपये की लागत से निर्मित उठाऊ पेयजल योजना का उद्घाटन किया। इस योजना से थरोला, धलोना, बलोग और चाड़का के निवासियों को सुचारु पेयजल उपलब्ध होगा और गर्मियों में पानी की कमी की समस्या से भी निजात मिलेगी।
मंत्री ने बताया कि पेयजल एक मूलभूत आवश्यकता है और बदलते मौसम के चलते यह गंभीर चुनौती बन सकता है। इसी दृष्टिगत पब्बर नदी से जुड़ी एक बड़ी उठाऊ पेयजल योजना निर्माणाधीन है, जिसमें 38 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। यह परियोजना इस वित्तीय वर्ष के अंत तक पूरी हो जाएगी और जुब्बल-कोटखाई की 27 पंचायतें इससे लाभान्वित होंगी, जिनमें थरोला भी शामिल है।
इस अवसर पर मंत्री ने लगभग 23 लाख रुपये की लागत से बने पौध संरक्षण केंद्र का भी उद्घाटन किया। इस केंद्र में सेब और अन्य फलदार पौधों के संरक्षण और संवर्धन के लिए आवश्यक दवाइयां और पोषक तत्व उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने 1.75 करोड़ रुपये से निर्माणाधीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण भी किया और शीघ्र इसके जनता को समर्पित होने की जानकारी दी।
विकास कार्यों पर चर्चा करते हुए रोहित ठाकुर ने कहा कि थरोला पंचायत उनके विधानसभा क्षेत्र की सबसे बड़ी पंचायत है और यहां व्यापक विकास सुनिश्चित किया गया है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना चरण-3 के तहत मराथू-थरोला सड़क का उन्नयन 17.86 करोड़ रुपये की लागत से युद्धस्तर पर चल रहा है। इसके अलावा लोटह संपर्क मार्ग, पधारा-खासखर मार्ग और छांज संपर्क मार्ग पर लगभग 3.7 करोड़ रुपये से पुलों का निर्माण प्रगति पर है। उन्होंने लोहट पुल का निरीक्षण भी किया और शीघ्र कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
मंत्री ने थरोला में हाई मास लाइट हेतु 4 लाख रुपये देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सड़कें विकास की मुख्य धड़कन हैं और पिछले 3 वर्षों में 154 सड़कों की पासिंग हुई है, जबकि लगभग 500 करोड़ रुपये सड़क निर्माण, मरम्मत और उन्नयन पर खर्च किए जा रहे हैं।
शिक्षा क्षेत्र में प्रगति का उल्लेख करते हुए रोहित ठाकुर ने कहा कि कोटखाई में केंद्रीय विद्यालय की स्वीकृति और 25 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है। इसके अतिरिक्त, क्षेत्र में न्यायिक सुविधा सुनिश्चित करने के लिए कोटखाई में सब जज कोर्ट की स्वीकृति भी प्राप्त हुई है।





