कीकली रिपोर्टर, 4 नवम्बर, 2016, शिमला
नशे का सेवन आदमी को खोखला कर देता है और इससे समाज के विकास पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। सभी का यह दायित्व है कि नशे के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक करें। यह बात अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (प्रोटोकॉल) सुनील शर्मा ने आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लालपानी में पहल कार्यक्रम के अंतर्गत अयोजित नशा निवारण जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कही।
शर्मा ने कहा कि किशोर अवस्था में युवाओं में नशे के सेवन के प्रति आकर्षित होने की संभावना अन्य आयु वर्ग की अपेक्षा अधिक होती है, इसलिए जिला प्रशासन शिमला द्वारा स्कूलों, महाविद्यालयों तथा अन्य संस्थानों में नशा निवारण जागरूकता अभियान आयोजित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि नशा न केवल स्वास्थ्य पर विपरीत असर करता है, बल्कि इसका सेवन करने वाले व्यक्ति की समाज में स्वीकार्यता भी कम होने की संभावना होती है। नशा करने से व्यक्ति के जीवन में कुंठा और तनाव भी बढ़ता है।
इस अवसर पर फ्लेम कल्चरल एंड वैल्फेयर सोसायटी द्वारा एकांकी और नाटक के माध्यम से युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया। सहायक आयुक्त ईशा ठाकुर ने जिला प्रशासन के महत्वकांक्षी कार्यक्रम पहल की जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम के तहत नशा निवारण जागरूकता सहित चार अन्य घटकों को प्रमुख रूप से शामिल किया गया है।
इस अवसर पर सहायक आयुक्त ईशा ठाकुर, प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लालपानी संजय कुमार मेहता और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।