सामुदायिक चिकित्सा विभाग-परिवार दत्तक कार्यक्रम के तहत इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल शिमला द्वारा उप स्वास्थ्य केंद्र भोंट में बहुविशेषज्ञ स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया।
बहु विशेषज्ञ जांच शिविर में लाभार्थियों को आंतरिक औषधि चिकित्सा विशेषज्ञ, शिशु रोग चिकित्सा विशेषज्ञ, महिला रोग चिकित्सा विशेषज्ञ और नेत्र रोग चिकित्सा विशेषज्ञ सुविधाओं के साथ निःशुल्क रक्त जांच, मधुमेह व उच्च रक्तचाप जांच और स्वास्थ्य परामर्श भी उपलब्ध करवाया गया।
शिविर में कुल 78 लाभार्थी पंजीकृत हुए, जिसमें से 52 लाभार्थियों ने आंतरिक औषधि चिकित्सा विशेषज्ञ, 07 लाभार्थियों ने शिशु रोग चिकित्सा विशेषज्ञ, 06 लाभार्थियो ने महिला रोग चिकित्सा विशेषज्ञ और 13 लाभार्थियों ने नेत्र रोग चिकित्सा विशेषज्ञ सुविधाओं का लाभ उठाया।
स्वास्थ्य शिविर में कुल 124 रक्त जांच की गई और 03 मधुमेह, 01 उच्च रक्तचाप और 07 लोगों ने खून में हीमोग्लोबिन की कमी (एनीमिया) की जांच जैसी सुविधाओं का लाभ उठाया।
विभागाध्यक्ष डॉ. अनमोल गुप्ता ने एनएमसी के फैमिली एडॉप्शन प्रोग्राम पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गत दिनों आईजीएमसी शिमला के एमबीबीएस प्रशिक्षु चिकित्सकों ने घर-घर जाकर परिवार आकलन (सर्वे) को सफलता का अमलीजामा पहनाया है, जिसमें टूड के 22 परिवार, रज्ञान के 35, कमयाना के 21 परिवार, मनाव के 26 और भोंट के 19 परिवार परिवार दत्तक कार्यक्रम में पंजीकृत किए गए।
इनमें 315 परिवार सदस्यों की रक्तचाप जांच, 324 की मधुमेह जांच और 330 की हेमोग्लोबिन जांच की गई, जिसमे उच्च रक्तचाप के 15 लाभार्थी, मधुमेह के 05 और खून मे हीमोग्लोबिन की कमी की 46 लाभार्थी उपयुक्त जांच हेतु चिन्हित किए गए।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य आईजीएमसी शिमला डॉ. सीता ठाकुर, ग्राम पंचायत प्रधान भोंट चंद्र कांता, आचार्य डॉ. अनिता ठाकुर, डॉ. विनय जिस्टू, सह आचार्य डॉ. नरेंद्र महाजन, डॉ. विजय बरवाल, डॉ. प्रेम, डॉ. आरुषि, डॉ. अक्षी सहित अन्य लोग उपस्थिति रहे।