राज्य रेडक्रॉस अस्पताल कल्याण शाखा अध्यक्ष डॉ. साधना ठाकुर ने आज विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य पर दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी एड्स के प्रति लोगों के बीच जागरूकता प्रदान करने के उद्देश्य से विश्व एड्स दिवस मनाया जा रहा है। विश्व एड्स दिवस के लिए इस वर्ष की थीम ‘असमानताओं को खत्म करें, एड्स खत्म करें’ है। थीम का तात्पर्य है कि मरीजों के साथ भेदभाव न करें, उनको सामाजिक परिवेश में लेते हुए उनका आत्मविश्वास बढ़ाए और उनका सही ईलाज करें। उन्होंने बताया कि पहले के समय से आज एड्स में स्थिति बेहतर हुई है लेकिन चिंता का विषय यह है कि जहां पहले यौन संरचन से एड्स ज्यादा फैलता था आज यह संख्या ड्रग्स के कारण बढ़ रही है।
इस चिंतनीय विषय पर समाज के प्रत्येक वर्ग को आगे आने की आवश्यकता है ताकि इस समाज को हम एड्स मुक्त कर सके। उन्होंने बताया कि मरीजों की गोपनीयता अति आवश्यक है और उनका उपचार करना हमारा परम धर्म है। हमें बीमारी के प्रति सजग रहने की जरूरत है ताकि हम सम्पर्क न आए। उन्होंने बताया कि बीमारी के प्रति शारीरिक दूरी आवश्यक है लेकिन मरीजों के प्रति मन की दूरी कभी नहीं होनी चाहिए। हमें खुद से शुरुआत करते हुए सेवा भाव से कार्य करना चाहिए ताकि मरीजों का बेहतर उपचार हो सके। उन्होंने से एड्स पीड़ितों को शुभकामनाएं प्रेेषित करते हुए कहा कि वह जल्द स्वस्थ हो। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेखा चौपड़ा ने मुख्यातिथि व अन्य गणमान्यों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम की रूपरेखा रखी। वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लोकेन्द्र शर्मा ने एड्स तथा चिकित्सा सेवा पर अपने विचार व्यक्त किए।
जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ. राकेश भारद्वाज ने एड्स पर अपने विचार व्यक्त किए तथा एचआईवी के फैलने तथा बचाव के उपाय भी साझा किए। उन्होंने एड्स मरीजों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की। कार्यक्रम के उपरांत शिमला नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने एड्स पर आधारित रोल प्ले से उपस्थित लोगों को एड्स के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर राज्य रेडक्रॉस अस्पताल कल्याण शाखा सचिव व नगर निगम पार्षद डॉ. किमी सूद, उपाध्यक्ष मधु सूद, राज्य रेडक्रॉस सोसायटी सचिव डॉ. पी.एस. राणा एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।