कीकली ब्यूरो, 28 सितम्बर, 2019, शिमला

शैलेडे प्रधानाचार्या आशिमा शर्मा ने मुख्यातिथि के तौर पर कार्यक्रम में की शिरकत, बच्चों की कला काबिलियत को सराहा ।

घर में अक्सर बेकार पड़ी वस्तुओं को डस्टबिन का हिस्सा मानकर फेंक दिया जाता है लेकिन जरा सी मेहनत से इन्हीं बेकार चीजों को एक नया रूप देकर, न केवल घर को सजाया जा सकता है बल्कि यह व्यक्ति की सृजन क्षमता बढ़ाने में भी सफल साबित होता है । शनिवार को एस.पी.एस. स्कूल में छात्र इसी तरह का सन्देश  देते नजर आए।

राजधानी स्थित शिमला पब्लिक स्कूल में एक दिवसीय हस्तशिल्प कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया । इस दौरान शैलेडे स्कूल प्रधानाचार्या आशिमा शर्मा ने मुख्यातिथि के रूप में कार्यक्रम का शुभारम्भ किया व्  प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए एस.पी.ए.स के होनहार कलाकारों की हस्तशिप कला काबिलियत की सराहना की ।

इस प्रदर्शनी में एक तरफ विद्यार्थियों ने जहाँ  बोतल और चम्मच को सुन्दर फ्लावर पॉट में तब्दील किया तो वहीँ विद्यार्थी डोर हैंगिंग, टोकरियाँ, पेन स्टैंड, ऊन के धागों से सुन्दर सीनरिया व् आइसक्रीम स्टिक से सूरज, व् पंखे, बैंगल बॉक्स समेत अनेकों आकर्षक वस्तुओं का निर्माण कर अभिभावकों का ध्यान आकर्षित करने में सफल रहे ।

प्रदर्शनी में ध्रुव, आयुष ठाकुर, आरव, यजम समृद्धि, पार्थ, कात्यायनी, स्वास्तिका, कुदरत, पैमा, सिद्धेश, अंशुल, इशिता, मन्नत, रिद्धिमा और अन्यों  ने प्रदर्शनी में बनाई गयीं वस्तुओं के बारे में संक्षिप्त वक्तव्य रखे।

इसमें बिजली की बचत, जल की बर्बादी रोकने, प्लास्टिक का उपयोग न करने व् वातावरण को स्वच्छ रखने के साथ साथ शिमला को हराभरा बनाए रखने के सन्देश भी प्रसारित किये ।

इस दौरान स्कूल प्रधानाचार्या अनु शर्मा ने मुख्यातिथि का आभार जताते हुए छात्रों के प्रयासों की सराहना कर विद्यार्थियों को प्रत्येक कार्य में अपना सम्पूर्ण देकर सफलता के मार्ग को प्रशस्त करते रहने को आवश्यक बताया ।

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