सनरॉक प्ले स्कूल, गुम्मा में “गुरु पर्व” बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी बच्चों, शिक्षकों और स्टाफ सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान स्कूल की प्रधानाचार्य शैलजा अमरेईक ने सभी प्रदेशवासियों को “गुरु पर्व” की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने नन्हे-मुन्ने बच्चों को गुरु पर्व मनाए जाने के महत्व के बारे में विस्तार से बताया।
प्रधानाचार्य ने कहा कि गुरु नानक देव जी, सिख धर्म के प्रथम गुरु और संस्थापक थे। उनके अनुयायी उन्हें गुरु नानक, बाबा नानक या नानकशाह के नाम से आदरपूर्वक संबोधित करते हैं। गुरु नानक देव जी का जन्मदिन हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा को “गुरुपरब” के रूप में मनाया जाता है, जो सिख समुदाय का प्रमुख त्योहार है।
उन्होंने बताया कि गुरु नानक देव जी ने संसार से अज्ञानता दूर कर आध्यात्मिक चेतना को जगाने का कार्य किया। वे सादा जीवन, उच्च विचार के प्रतीक थे और अपने अनुयायियों को सत्य, समानता और भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते थे। उन्होंने मूर्तिपूजा का विरोध करते हुए “एक ओंकार सतनाम” के संदेश को जीवन में उतारा।
प्रधानाचार्य शैलजा अमरेईक ने कहा कि सनरॉक प्ले स्कूल में ऐसे धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सवों का आयोजन बच्चों को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से अवगत कराने के उद्देश्य से किया जाता है। उन्होंने बताया कि विद्यालय क्षेत्र के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और उनके सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है।
इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि सनरॉक प्ले स्कूल में नर्सरी, के.जी. एवं क्रेच की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। सत्र 2024–25 के लिए प्रवेश प्रक्रिया जारी है तथा सीमित अवधि के लिए प्रवेश शुल्क (Admission Fee) में 50% की छूट दी जा रही है।












