भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) के तहत समाज के विकास और कल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए ग्राम पंचायत बाघी स्थित आंगनबाड़ी केंद्र को ₹1,00,000 की सहायता राशि प्रदान की। यह वित्तीय सहायता बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक वेद प्रकाश के सहयोग से क्षेत्रीय कार्यालय कसुम्पटी द्वारा स्वीकृत की गई और एसबीआई की बाघी शाखा के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्र को प्रदान की गई। इस वित्तीय सहायता का उद्देश्य बच्चों के समग्र विकास को बढ़ावा देना और केंद्र की आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करना है।
इस अवसर पर एसबीआई शाखा प्रबंधक बाघी राजेश कुमार, वार्ड सदस्य इंद्र नेगी, महिला मंडल उप प्रधान नीना ओकटा, सहायिका बेगमा खोलटा, आशा वर्कर रेखा रोहटा, सदस्य रंजीता नेगी, सविता नेगी और सनी रोहटा सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के उल्लेखनीय सहयोग की सराहना करते हुए महिला मंडल प्रधान कल्पना खोलटा, उप प्रधान ग्राम पंचायत बाघी सौरव रोहटा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रक्षा रोहटा और सचिव ग्राम पंचायत बाघी देव वर्मा ने अपने-अपने संबोधन में एसबीआई के इस समाजसेवी प्रयास की सराहना करते हुए बैंक का आभार व्यक्त किया।
इस सहायता राशि से आंगनबाड़ी केंद्र में कई आवश्यक सुविधाओं का विस्तार किया गया, जिनमें बच्चों के लिए आरामदायक फर्नीचर, शैक्षिक सामग्री (किताबें, चार्ट, खिलौने), स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, पौष्टिक भोजन सामग्री, साफ-सफाई के उपकरण, खेल सामग्री और उचित प्रकाश एवं वेंटिलेशन की व्यवस्था शामिल है। इससे बच्चों को एक बेहतर वातावरण में शिक्षा और पोषण संबंधी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
आंगनबाड़ी केंद्र को इस सहायता राशि से कई आवश्यक सुविधाएं प्रदान की गईं, जिनमें बच्चों के लिए आरामदायक बैठने के लिए फर्नीचर, शैक्षिक सामग्री के रूप में किताबें, चार्ट और खिलौने, स्वच्छता और पोषण के लिए शुद्ध पेयजल की सुविधा, पौष्टिक भोजन सामग्री, साफ-सफाई के लिए आवश्यक उपकरण, खेल सामग्री और पर्याप्त प्रकाश तथा वेंटिलेशन की व्यवस्था शामिल है। इस सहायता से केंद्र में बच्चों को बेहतर वातावरण में शिक्षा और पोषण संबंधी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
एसबीआई शाखा प्रबंधक राजेश कुमार ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय स्टेट बैंक केवल एक वित्तीय संस्था नहीं है, बल्कि समाज सेवा में भी अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से निभाता है। उन्होंने बताया कि बैंक समय-समय पर शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और सामुदायिक विकास के विभिन्न कार्यक्रमों में योगदान देता रहता है।
उन्होंने क्षेत्रीय प्रबंधक वेद प्रकाश का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया और पूर्व शाखा प्रबंधक गगन बशिष्ट के योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि एसबीआई द्वारा शीघ्र क्षेत्र के विकास हेतु ग्रामीणों की लंबित मांगों को पूरा किया जाएगा।
आंगनबाड़ी केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों और महिलाओं के कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम होते हैं। इन केंद्रों के माध्यम से बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा और पोषण की सुविधा मिलती है, जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर तरीके से हो सके।
इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं को पोषण संबंधी जानकारी और सहायता प्रदान की जाती है। एसबीआई की यह पहल न केवल बच्चों और उनके परिवारों के लिए लाभकारी होगी, बल्कि यह समग्र रूप से समाज के कमजोर वर्गों के जीवन स्तर में सुधार लाने में भी सहायक सिद्ध होगी।
भारतीय स्टेट बैंक अपने सामाजिक दायित्वों के तहत विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में संलग्न रहता है। भारतीय स्टेट बैंक की यह पहल यह दर्शाती है कि सामाजिक विकास में निजी और सार्वजनिक संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। बैंक भविष्य में भी इसी तरह की सामाजिक उत्थान गतिविधियों में योगदान देता रहेगा, जिससे समाज के हर वर्ग को लाभ मिल सके।
इस सहायता से न केवल आंगनबाड़ी केंद्र का भौतिक उन्नयन हुआ है, बल्कि इससे जुड़े बच्चों, महिलाओं और पूरे समुदाय को भी प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। समाज सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखते हुए एसबीआई आने वाले समय में भी इस तरह की पहलों को जारी रखेगा ताकि देश के विकास में अधिक योगदान दिया जा सके।