भाषा एवं संस्कृति विभाग जिला शिमला एवं राजकीय संस्कृत महाविद्यालय तुंगेश के संयुक्त तत्वावधान में संस्कृत दिवस समारोह का आयोजन महाविद्यालय के सभागार में शनिवार को संस्कृत भाषा में भाषण, निबंध लेखन, श्लोक उच्चारण, गीतिका, गायन, प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया। ज़िला भाषा अधिकारी अनिल हारटा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर पद्मश्री विद्यानंद सरैक ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
हिमाचल संस्कृत अकादमी के पूर्व सचिव एवं संस्कृत के वरिष्ठ विद्वान डा मस्त राम ने कार्यक्रम के प्रथम सत्र की अध्यक्षता की तथा मंच संचालन कार्य आचार्य डाॅ सतीश शर्मा ने किया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रमेश शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं परिचय दिया। अनिल हारटा ने विभाग द्वारा की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर स्थानीय विद्यालयों तथा महाविद्यालय के 70 से अधिक विद्यार्थियों ने सभी प्रकार की प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भाग लिया। कनिष्ठ वर्ग की भाषण प्रतियोगिता में टियाली विद्यालय के सूर्यांश ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। धरेच विद्यालय के सुजल ने दूसरा स्थान और मॉडर्न पब्लिक स्कूल फागू की छात्रा आयुषी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
श्लोक उच्चारण में ट्रिनिटी स्कूल फागू के गौरव प्रथम, टियाली विद्यालय की अंकिता द्वितीय तथा चियाेग विद्यालय की जन्नत तीसरे स्थान पर रही। निबंध लेखन में उच्च पाठशाला ददास की सृष्टि प्रथम चियोग विद्यालय की ज्योति दूसरे स्थान पर रही। वरिष्ठ वर्ग के भाषण स्पर्धा में पूजा प्रथम, गुंजन द्वितीय और श्रुतिका तीसरे स्थान पर रही। श्लोक उच्चारण में गुंजन प्रथम, शीतल द्वितीय और साक्षी तीसरे स्थान पर रही। निबंध लेखन में पूजा प्रथम, श्रुतिका द्वितीय तथा पूजा शर्मा तीसरे स्थान पर रही। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में संस्कृत गोष्ठी की अध्यक्षता डॉ कुमार सिंह सिसोदिया ने की इस अवसर पर पद्म विद्यानंद सरैक, डा मस्तराम शर्मा, डा राकेश शर्मा, डा सत्यनारायण स्नेही, किशन वर्मा ने अपना वक्तव्य दिया।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में इस आयोजन के लिए विभाग और महाविद्यालय के संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की तथा संस्कृत भाषा में उपलब्ध साहित्य को हिमाचल की विभिन्न बोलियो में अनुवाद किए जाने की बात उन्होंने कही। संस्कृत प्रतियोगिताओं में डॉ राकेश शर्मा, राम गोपाल शास्त्री, आचार्य विनोद शर्मा ,आचार्य शिवदत्त ने निर्णायक की भूमिका निभाई। कार्यक्रम के समापन समारोह में महाविद्यालय की छात्रों ने संस्कृत नृत्य नाटिका की मनमोहक प्रस्तुत दी।
सभी विजेताओं को पुरस्कार राशि तथा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर प्रधान ग्राम पंचायत हेमंत गंधर्व, प्रसिद्ध लोकगायक किशन वर्मा ,प्राचार्य संस्कृत महाविद्यालय क्यारटू डा० राकेश शर्मा,ने बतौर सारस्वत अतिथि महाविद्यालय अभिभावक संघ के अध्यक्ष रोशन लाल, उषा शर्मा ने शिरकत की तथा लायक राम शर्मा, लच्छी राम भण्डारी, लेख राज शर्मा, रमेश सरैक विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक तथा महाविद्यालय की आचार्य सन्तोष कुमार शर्मा, डॉ सुरेश, डॉ राधा शर्मा, प्रो विनोद, प्रो सतीश शर्मा, प्रो उषा शर्मा, दयानंद शर्मा, विवेक जगटा, मोहनलाल उपस्थित रहे।
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