भाषा एवं संस्कृति विभाग ने हिन्दी दिवस के अवसर पर राजभाषा हिन्दी पखवाड़ा का आयोजन किया है, जिसमें जिला और राज्य स्तर पर कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम हुए हैं। इस पखवाड़े के तहत, आज गेयटी प्रेक्षागृह में राज्य स्तरीय युवा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. ओ. पी. सारस्वत ने किया। इस सम्मेलन में प्रदेश भर से आए लगभग 40 युवा कवियों ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत की, जो उनकी भाषा और साहित्य के प्रति गहरी भावनाओं का अभिव्यक्ति थी।
भाषा एवं संस्कृति विभाग के साहित्यिक प्रयास : हिन्दी साहित्य क्षेत्र में युवाओं का योगदान
इनमें से कई कवियों ने अपनी कविताओं से समाज के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, जैसे कि देश प्रेम, शिक्षा, और पर्यावरण संरक्षण। इस महत्वपूर्ण आयोजन में प्रवीण मुंगटा, गगनजीत प्रेमी, अमृता राणा, राकेश शर्मा, स्वपनिल सूर्यान,प्रियंका, ऊषा शोना, प्रांशु आदित्य, आयुष वर्मा, राहुल देव प्रेमी, दीप्ति सारस्वत, नीतिश कुमार, राहुल आनंद, अनुजा शर्मा, श्रुति ठाकुर, साहिल कुमार, बलवंत, रोमिता शर्मा, भूपेन्द्र सिंह, प्रीति शर्मा, दीनाक्षी, भोपाल, ओजस्वनी सचदेवा, अनुराधा, और के.सी. परिहार जैसे युवा साहित्यकारों ने अपनी कविताओं का प्रस्तुतिकरण किया। डॉ. ओ. पी. सारस्वत ने युवा साहित्यकारों की मेहनत की सराहना की और कहा कि कविता कवि की भावनाओं का सफल अभिव्यक्ति है।
उन्होंने युवाओं से कहा कि वे अपनी रचनाओं को दूसरों के साथ साझा करें और साहित्य क्षेत्र में अपने अनुभवों को साझा करें। विभाग के संयुक्त निदेशक अलका कैंथला, प्रबंधक सुदर्शन शर्मा, जिला भाषा अधिकारी अनिल हारटा, सरोजना नरवाल, संतोष कुमार और अन्य अधिकारी इस आयोजन में उपस्थित रहे। इसी अवसर पर भाषा एवं संस्कृति विभाग ने घोषित किया कि 13 सितम्बर, 2023 को महाविद्यालय स्तरीय निबंध, भाषण, और कविता प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी, और पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्रों को राजभाषा पुरस्कार वितरित किए जाएंगे। विभाग के संयुक्त निदेशक श्रीमान मनजीत शर्मा ने मुख्य अतिथि और सभी युवा साहित्यकारों का धन्यवाद किया और इस आयोजन की सफलता की शुभकामनाएँ दी।
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