केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के तत्वावधान में डीएवी सीपीएस गजेड़ी, ठियोग में “” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला छात्रों के मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की दिशा में एक सार्थक पहल रही।
कार्यशाला में सीबीएसई विशेषज्ञों के रूप में विद्यालय के प्रधानाचार्य आर.बी.एस. थापा और श्रुति डडवाल ने सहभागिता की और शिक्षकों को छात्रों के समग्र विकास में मानसिक स्वास्थ्य की भूमिका पर मार्गदर्शन दिया।
इस कार्यशाला में क्षेत्र के करीब 60 शिक्षकों ने भाग लिया। सत्रों के माध्यम से निम्न प्रमुख बिंदुओं पर केंद्रित किया गया:
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भावनात्मक समर्थन: छात्रों की भावनाओं को समझना और उन्हें सहानुभूतिपूर्ण वातावरण देना।
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तनाव प्रबंधन: विद्यार्थियों को तनाव से निपटने के व्यावहारिक उपाय सिखाना।
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आत्मविश्वास वृद्धि: छात्रों की क्षमताओं में विश्वास बढ़ाते हुए उन्हें आत्मविश्वासी बनाना।
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सकारात्मक वातावरण निर्माण: शिक्षण संस्थानों में सहयोगात्मक और प्रेरणादायक माहौल बनाना।
कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को इस दिशा में और अधिक संवेदनशील बनाना था ताकि वे बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक मजबूत सहारा बन सकें।
समापन सत्र में प्रधानाचार्य आर.बी.एस. थापा ने कहा, “मानसिक स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को प्राथमिकता देकर ही हम छात्रों को एक स्वस्थ, संतुलित और सफल जीवन की दिशा में मार्गदर्शन दे सकते हैं।” उन्होंने इस प्रकार की कार्यशालाओं को नियमित रूप से आयोजित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।