मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में व्यापक बदलाव कर रही है। सोमवार को ऊना विधानसभा क्षेत्र में 25.79 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद उन्होंने डिग्री कॉलेज ऊना में जनसभा को संबोधित किया।
उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) ऊना के नए भवन और डिग्री कॉलेज के अत्याधुनिक शैक्षणिक ब्लॉक का लोकार्पण किया तथा 5 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले कन्या छात्रावास की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अगले सत्र से इस स्कूल में को-एजुकेशन और सीबीएसई पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा।
सरकार ने शिक्षा में सुधार के लिए स्कूल व कॉलेज शिक्षा के अलग निदेशालय बनाए हैं और प्राथमिक स्तर से ही अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई शुरू कर दी है। 500 विशेषज्ञ अध्यापकों की भर्ती की जा रही है ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके। साथ ही टीजीटी और जेबीटी की हजारों भर्तियां जल्द की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार के समय खोले गए शिक्षण संस्थानों में शिक्षक नियुक्त नहीं किए गए थे, जिससे संसाधनों का दुरुपयोग हुआ। वर्तमान सरकार उन संस्थानों का प्रभावी उपयोग कर रही है।
राज्य में मॉडल स्कूलों के विकास के लिए 200 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है, जहां स्मार्ट क्लासरूम, खेल सुविधाएं और अन्य आधुनिक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
स्वास्थ्य क्षेत्र में 1350 करोड़ रुपये खर्च कर मेडिकल कॉलेजों को अत्याधुनिक बनाया जा रहा है और रोबोटिक सर्जरी जैसी सेवाएं आम जनता तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। ऊना में पीजीआई सैटेलाइट सेंटर के निर्माण में भी तेजी लाई जा रही है।
कैंसर रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री स्वच्छ जल शोधन योजना शुरू की गई है, जिससे हर नागरिक को साफ पानी उपलब्ध हो सके। नशा और खनन माफिया के खिलाफ भी सरकार सख्ती बरत रही है।
युवाओं को खेलों में प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कार राशि बढ़ाई गई है और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्रों को उपस्थिति में छूट देने की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने 2032 तक हिमाचल को देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने का लक्ष्य दोहराया और युवाओं से मेहनत व निष्ठा के साथ काम करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर कई विधायक, अधिकारी और कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित थे।