प्रदेश के आकांक्षात्मक विकास खंडों—छौहारा और कुपवी—में उल्लेखनीय प्रगति को मान्यता देने के लिए ‘सम्पूर्णता अभियान सम्मान समारोह’ का आयोजन आज पदमदेव परिसर, ऐतिहासिक रिज मैदान, शिमला में किया गया। इस अवसर पर शिमला शहरी विधायक हरीश जनार्था मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में विधायक जनार्था ने कहा कि सरकार, प्रशासन और जनता के समन्वय से इन दोनों विकास खंडों में निरंतर सुधार हो रहा है। नीति आयोग द्वारा तीन मुख्य संकेतकों में सुधार दर्ज किया गया है, जो इस बात का प्रमाण है कि इन क्षेत्रों में योजनाएं ज़मीन पर सफलतापूर्वक कार्य कर रही हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि जल्द ही ये खंड आकांक्षात्मक की श्रेणी से बाहर आकर सभी मानकों पर खरे उतरेंगे।
जनार्था ने यह भी कहा कि स्थानीय उत्पादों की बाजार में मांग बढ़ रही है, जिससे ग्रामीण महिलाओं को घर पर ही स्वरोजगार के अवसर मिल रहे हैं और विलुप्त हो रहे पारंपरिक उत्पाद भी पुनर्जीवित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने स्वयं सहायता समूहों को ‘हिम ईरा’ ब्रांड के अंतर्गत एकजुट कर उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पहुंचाया है। सरकार का उद्देश्य प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना है, और इसी दिशा में निरंतर प्रयास जारी हैं।
समारोह में उत्कृष्ट कार्य के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, महिला एवं बाल विकास विभागों के अधिकारियों और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) से जुड़े कर्मियों को सम्मानित किया गया।
इसके अतिरिक्त, स्वयं सहायता समूहों द्वारा ‘आकांक्षा हाट’ के तहत स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें प्राकृतिक व पारंपरिक वस्तुएं शामिल हैं। यह प्रदर्शनी 8 अगस्त 2025 तक पदमदेव कॉम्प्लेक्स में चलेगी। मुख्यातिथि ने स्टॉलों का निरीक्षण किया और स्वयं सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, जिला विकास अधिकारी कार्तिकेय शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पॉल सहित कई गणमान्य अधिकारी उपस्थित रहे।