हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम और क़िकली चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बच्चों के लिए कहानी कार्यशाला के आयोजन आज टूटिकंडी बालिका आश्रम में किया गया। इस रचनात्मक लेखन/पठन कौशल कार्यशाला बच्चों को उनके पाठ्यक्रम में पढ़ी गई कहानियों को समझने की बुनियादी अवधारणाओं को सीखने में मदद करेगा। यह उन्हें यह समझने और इसकी पेचीदगियों की चर्चा करने में मदद करेगा कि कहानी कैसे लिखी जाती है, पात्रों का निर्माण कैसे किया जाता है और कथानक के साथ-साथ नैतिक या इसके माध्यम से साझा किया गया कोई संदेश को लोगों तक कैसे पहुँचा सकते हैं।
भाषा शैली और संचार कौशल को भी इस कार्यशाला में शामिल किया गया था। कार्यशाला बच्चों के लिए इंटरैक्टिव, आकर्षक, मनोरंजक और मनोरंजक रही। कार्यशाला में सामान्य पंचतंत्र कथा और दूसरी कहानी उनके पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम से इसे और अधिक प्रासंगिक बनाने के लिए शामिल की गयी थी। इन्हें हिंदी या अंग्रेजी दोनों में कवर किया गया।
कार्यशाला की मुख्य वक्ता लेखिका डा विद्यानिधि छाबरा, वंदना बागड़ा एवं निगम कि तरफ़ से ज़िला समन्वयक राधिका शर्मा इस कार्यशाला में मौजूद थी।
A truly enriching experience, congratulations to team Keekli.