समय के बदलाव के साथ आज इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) का स्वरूप बदला है, जहां नवीनीकरण मशीनों के साथ लोगों के ऑपरेशन होने आरम्भ हुए है वहीं हर बीमारियों के उपचार के लिए अलग-अलग ब्लॉक में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है। यह बात शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने गत रात्रि आईजीएमसी में एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सांस्कृतिक तथा खेल-कूद प्रतियोगिताओं के प्रोत्साहन-2022 कार्यक्रम के समापन अवसर पर कही।

उन्होंने कहा कि पहले प्रदेश में एक ही मेडिकल काॅलेज आईजीएमसी होता था, आज प्रदेश के अन्य जिलों में भी सरकार द्वारा मेडिकल काॅलेजों को खोलकर युवा पीढ़ी को अपनी पढ़ाई करने के लिए सुविधा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि इस मेडिकल काॅलेज से अपनी मेडिकल शिक्षा प्राप्त कर आज प्रदेश तथा देश एवं बाहरी देशों में अपनी सेवाएं दे रहे डाॅक्टरों ने जहां अपना नाम कमाया है वहीं इस काॅलेज का नाम भी विश्व मानचित्र में अंकित किया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गरीब, असहाय एवं अन्य पिछड़ा वर्ग तथा सभी वर्गों के लिए आयुष्मान भारत, सहारा योजना, हिम केयर योजना का लाभ देकर उन्हें निःशुल्क ईलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 500 डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है, जिससे प्रदेश के दूरदराज के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी, जिससे ग्रामीण लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होगी।  

उन्होंने कहा कि आईजीएमसी तथा दीन दयाल उपाध्याय (रिपन), कमला नेहरू अस्पताल (केएनएच) में सरकार द्वारा ऑक्सीजन प्लांट लगाकर लोगों को सुविधा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि देश में कोविड महामारी की वैक्सीनेशन स्वयं तैयार कर पूरे देश तथा प्रदेश में निःशुल्क वैक्सीनेशन की सुविधा प्रदान की जा रही है। देश ने अन्य देशों को भी वैक्सीनेशन दी है। उन्होंने कहा कि आज जहां देश हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर हुआ है वहीं प्रदेश भी स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, पानी, बिजली में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। उन्होंने उपस्थित सभी छात्र एवं छात्राओं से आह्वान किया कि वे नशे की कुरीतियों से दूर रहे। उन्होंने कहा कि आज युवा पीढ़ी अधिक संख्या में नशे में संलिप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के हाथ में देश का भविष्य है। देश तभी विकास की राह में अग्रसर हो सकेगा जब देश का युवा स्वस्थ तथा मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहेगा। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि नशे के विषय में अधिक से अधिक जागरूकता शिविरों का आयोजन कर इस कुरीति को जड़ से खत्म करने का संकल्प लें।

उन्होंने बताया कि सांस्कृतिक तथा अन्य प्रतियोगिताओ मंे बाहरी राज्यों तथा प्रदेश के मेडिकल काॅलेजों के लगभग एक हजार छात्र एवं छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने सांस्कृतिक तथा खेलकूद प्रतियोगिता मंे भाग लेने वाले छात्र एवं छात्राओं को सम्मानित भी किया। इस दौरान शहरी विकास मंत्री ने आयोजकों को अपनी ऐच्छिक निधि से 51 हजार रुपये देने की घोषणा भी की। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य आईजीएमसी डाॅ. सीता ठाकुर, अतिरिक्त निदेशक आईजीएमसी ईशा ठाकुर, मण्डलाध्यक्ष राजेश शारदा, जिला उपाध्यक्ष संजय कालिया, किसान मोर्चा महा संघ सचिव देश्टा, किसान मोर्चा उपाध्यक्ष संजीव चौहान, जिला उपाध्यक्ष किसान मोर्चा जय लाल ठाकुर एवं आईजीएमसी के अन्य डॉक्टर तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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