नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने झूठी गारंटियों के बल पर जनता से वोट लेकर सत्ता हथियाई है, जो लोकतंत्र के साथ छल है। उन्होंने मुख्यमंत्री सुक्खू से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेताओं द्वारा अब वोट चोरी की बात करना स्वयं उनकी बेशर्मी को दर्शाता है, क्योंकि असल में कांग्रेस ने ही जनता को गुमराह कर जनादेश का अपहरण किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव से पहले दस गारंटियों की गूंज पूरे प्रदेश में थी, लेकिन सत्ता में आते ही कांग्रेस सरकार इन वादों से मुकर गई।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने सदन के भीतर ही यह स्वीकार किया कि एक लाख सरकारी नौकरियां देने का कोई वादा नहीं किया गया था, जो खुद उनकी गारंटियों की सच्चाई उजागर करता है। घोषणापत्र को सरकार बनने के बाद कभी पलट कर नहीं देखा गया।
जयराम ठाकुर ने कांग्रेस में गुटबाजी की ओर इशारा करते हुए कहा कि प्रदेश प्रभारी के सामने ही कांग्रेस नेताओं का शक्ति प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि पार्टी अंदरूनी संघर्ष से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को खुद गिन लेना चाहिए कि पार्टी कितने धड़ों में बंटी हुई है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं की डीपीआर को कांग्रेस सरकार केवल चुनिंदा विधानसभा क्षेत्रों के लिए स्वीकृत करवा रही है, जिससे बाकी क्षेत्रों की उपेक्षा हो रही है। उन्होंने इसे मुख्यमंत्री की पक्षपातपूर्ण राजनीति करार दिया और कहा कि इससे न सिर्फ विपक्ष बल्कि सत्ता पक्ष के विधायक भी नाराज हैं।
जयराम ठाकुर ने अंत में कहा कि झूठे वादे और गारंटियों के सहारे सत्ता हासिल करना जनादेश की चोरी है, और कांग्रेस इसमें पारंगत हो चुकी है। उन्होंने दोहराया कि कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए और सत्ता छोड़ देनी चाहिए।