कांगड़ा में 4 अप्रैल 1905 में भूकंप से भीषण त्रादसी की वर्षगांठ के मौके पर आज जिला शिमला के विभिन्न क्षेत्रों में माॅक ड्रिल का आयोजन किया गया। उपमंडलीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चौपाल की ओर से आयोजित इस माॅक ड्रिल में आगज़नी की स्थितियों में बचाव व राहत के संबंध में उठाए जाने वाले विभिन्न कदमों की जानकारी स्कूली छात्रों को प्रदान की गई।
इसी प्रकार, कोटखाई के राजकीय केंद्र प्राथमिक पाठशाला सैनतारी में भूकंप की स्थिति में बचाव व राहत के संबंध में उठाए जाने वाले विभिन्न कदमों की जानकारी स्कूली छात्रों को प्रदान की गई। भूकंप आने की स्थिति में हमें बहुमंजिला इमारतों से निकलकर तुरंत बाहर खुले स्थान पर पहुंचना चाहिए।
यदि इमारत से बाहर निकलना संभव न हो तो कमरे में ही मौजूद मजबूत टेबल, कुर्सी इत्यादी के नीचे छिप जाना चहिए। आपदाओं से बचाव के लिए ऐसे कार्यक्रमों और माॅक ड्रिल का आयोजन किया जाता है ताकि लोग जागरूक हो सके और ऐसी घटनाओं के दौरान होने वाले जान माल के नुकसान को कम किया जा सके।