भीम सिंह, गांव देहरा, डाकखाना हटवाड़, जिला बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश।
कसम लें सब आज
आजादी का जश्न तुम
हर साल मनाते रहो
अपने आजाद भारत में
हँसते और मुस्कुराते रहो।
तुम्हारा ही आज है
तुम्हारा ही कल है
मगर इतना रहे ध्यान
एकता में ही बल है।
आपस की फूट बुरी
मिटा दो दिलों की दूरी
लोग अपने देश अपना
फिर कैसी मजबूरी ।
बड़ी मुश्किल से हमने
यह आजादी पाई है
कितने वीरों ने इसके लिए
अपनी जान गवाई है ।
नर-नारी इस देश के
इतना रखें याद
मिलजुलकर सब रहें
अगर देश रखना आजाद।
कई चुनौतियों से हमें
जूझना लड़ना होगा
जिससे देश आगे बढ़े
वह ही काम करना होगा।
घर-घर तिरंगा लहराता रहे
हम सब रहें खुशहाल
एक बनकर हम रहेंगे
कसम लें सब आज ।
***
तिरंगा
तिरंगा जब लहराता है
मस्तक गर्व से ऊँचा हो जाता है ।
तिरंगा इस देश की पहचान है
तिरंगे में दिखता हिंदुस्तान है।
तिरंगा एकता का प्रतीक है
तिरंगा हार और जीत है।
तिरंगा एक जवान का बल है
तिरंगा हमारा आज और कल है।
तिरंगा अदालत है न्याय है
तिरंगा दुश्मन के लिए भय है।
तिरंगा मान- सम्मान है
तिरंगे पर कुर्बान हमारी जान है।
तिरंगा सदा लहराता रहे आसमान
और फलता फूलता रहे मेरा हिंदुस्तान ।