शिमला के बहुप्रतीक्षित ग्रीष्मोत्सव की शुरुआत सोमवार को सांस्कृतिक रंग में रंगी महा नाटी से हुई, जो ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को समर्पित थी। इस आयोजन में शिमला शहरी और मशोबरा परियोजना की लगभग 150 महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
मुख्य अतिथियों के रूप में अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा और अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (प्रोटोकॉल) ज्योति राणा ने उपस्थिति दर्ज करवाई।
अतिरिक्त उपायुक्त वर्मा ने कहा कि महा नाटी का आयोजन महिला सशक्तिकरण की भावना को बल देने के उद्देश्य से किया गया है। उन्होंने कहा, “आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कर रही हैं और अर्थव्यवस्था में उनकी भागीदारी लगातार बढ़ रही है। महिला मंडल न केवल सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं, बल्कि स्वरोजगार के जरिए आर्थिक आत्मनिर्भरता भी हासिल कर रही हैं।”
महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पॉल ने बताया कि ग्रीष्मोत्सव के पांचों दिन महिलाओं की भागीदारी के साथ महा नाटी का आयोजन किया जाएगा, जिससे स्थानीय सांस्कृतिक विरासत और महिला सहभागिता को बढ़ावा मिलेगा।
इसके अतिरिक्त, हिमाचल प्रदेश पुलिस ब्रास बैंड की मधुर प्रस्तुतियों ने भी दर्शकों का मन मोह लिया और महोत्सव में एक नया रंग भर दिया।
यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक उत्सव का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक जागरूकता और महिला सशक्तिकरण का सशक्त माध्यम भी बन रहा है।