सनरॉक प्ले स्कूल, गुम्मा में गांधी जयंती के उपलक्ष्य में एक भावपूर्ण और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभी नन्हे-मुन्ने बच्चों ने महात्मा गांधी की वेशभूषा में भाग लेकर देशभक्ति और मूल्यों से ओतप्रोत प्रस्तुतियां दीं। बच्चों की मासूम अभिव्यक्ति और आकर्षक वेशभूषा ने सभी का मन मोह लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत में बच्चों को गांधी जयंती के महत्व और उद्देश्य के बारे में बताया गया। स्कूल की प्रधानाचार्या शैलजा अमरेईक ने बताया कि महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था, और यह दिन न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में “विश्व अहिंसा दिवस” के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि बापू का जीवन सत्य, अहिंसा और स्वच्छता के सिद्धांतों पर आधारित था। गांधी जी का मानना था कि “शिक्षा मन के लिए और स्वच्छता तन के लिए आवश्यक है।”
प्रधानाचार्या ने यह भी बताया कि 2 अक्टूबर को ही भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती भी मनाई जाती है। उनका जन्म 1904 में उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था और वे अपने सादगीपूर्ण जीवन, दृढ़ नेतृत्व और “जय जवान, जय किसान” के मंत्र के लिए जाने जाते हैं।
कार्यक्रम में बच्चों ने गीत, नाटक, देशभक्ति कविताएं, और पारंपरिक वेशभूषा में प्रस्तुति देकर सभी को भावविभोर कर दिया। यह आयोजन बच्चों को भारतीय संस्कृति, स्वतंत्रता संग्राम के नायकों, और नैतिक मूल्यों से परिचित कराने का एक सशक्त माध्यम रहा।
प्रधानाचार्या ने यह भी जानकारी दी कि सनरॉक प्ले स्कूल में नर्सरी, के.जी. और क्रेच की सुविधाएं उपलब्ध हैं तथा 2025-26 सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया जारी है। विद्यालय समय-समय पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है ताकि बच्चों को संस्कार, रचनात्मकता और सामाजिक मूल्यों से जोड़ते हुए समग्र विकास प्रदान किया जा सके।