कीकली के सभी सम्माननीयों को मेरी ओर से नव वर्ष 2019 की शुभकामनाएँ व ढेरों बधाई
कर्म पथ पर ये कसम उठाकर
ईश्वर का आशीर्वाद लिए हम नव ऊर्जावान बनें, जी-तोड़ मेहनत और ईमानदारी का कवच लिए
“कीकली” असीमित पहचान बने वर्ष 2019 ”कीकली” का नया नवउत्थान बनें
नव वर्ष
उमा ठाकुर
नव वर्ष, नव भोर, नव आगाज,
नव डगर, नव सफर , नव मंजिल,
नव कैलेंडर, नव डायरी, नव सृजन ।।
हर दिन हर पल हो कुछ खास,
न हो गमों की काली घटाएँ,
बस भोर का उजियारा फैले,
मिटे मन के द्वेष ।।
घर आँगन खुशियाँ महके,
न सरहद की दीवारें,
न हो मज़हब का बैर,
मैं और मेरा कोई सीमित दायरा,
देश हित बने सबकी पहचान ।।
फटी जिल्द सी ज़िंदगी,
न फूटपाथ पर ठिठुरे ।।
न फिर कोई कोख उजड़े,
न निर्भया, न गुड़िया की करुण पुकार,
झकझोर दे मानवीय सवेदनाओं को ।।
कंकरीटट के जंगलों में,
जज़्बात कुछ ऐसे निखरे,
कि नव वर्ष नव संकल्प बने,
फेस बुक, वहटसऐप की दुनिया से निकल,
कुछ पल, रिश्तों को थामें,
छू ले गाँव की सूनी मुंडेर,
समेट लें आँचल में बचपन की यादें,
वो माँ की लोरी, गाँव की मीठी बोली ।।
बची रहे लोक संस्कृति, लोक् जीवन के रंग,
उससे भी परे, बची रहे आत्मियता,
आने वाली कई पीढ़ियों तक ।।