स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य ढांचे के सुदृढ़ीकरण पर विशेष बल दे रही है ताकि आम जनता को उन्नत और सुगम स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। वे इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGMC), शिमला के अटल सभागार में “संक्रमण के प्रति शून्य सहनशीलता” विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
डॉ. शांडिल ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं स्वास्थ्य सेवा में गुणवत्ता, सुरक्षा और नेतृत्व विकास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल हैं। उन्होंने जोर दिया कि संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण आज के समय में विकल्प नहीं, आवश्यकता बन चुका है।
राष्ट्रीय विशेषज्ञों और संस्थानों की सहभागिता
कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश और पंजाब के प्रतिष्ठित संस्थानों से आए विशेषज्ञों ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि जीरो टॉलरेंस फॉर इन्फेक्शन थीम के तहत की जा रही यह पहल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा मानकों को और मजबूत करेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कार्यशाला में भाग लेने वाले विभिन्न जिलों के कॉलेजों को सम्मानित किया और आयोजन के लिए नर्सिंग स्कॉलर सोसाइटी को ₹51,000 की अनुदान राशि देने की घोषणा की।
इस अवसर पर IGMC शिमला के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल राव, प्रधानाचार्य डॉ. सीता ठाकुर, नर्सिंग स्कॉलर सोसाइटी की राज्य अध्यक्ष सीमा ब्रागटा एवं सचिव सुमन बोध, सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।