अभिव्यक्ति संस्था द्वारा 3 अगस्त को हिन्दी साहित्य के महान कथाकार मुंशी प्रेमचंद की अमर कहानी ‘कफ़न’ का सशक्त मंचन ब्लिस, रौड़ी (धर्मपुर, सोलन) में किया गया। यह प्रस्तुति प्रेमचंद जयंती (31 जुलाई) के उपलक्ष्य में आयोजित की गई थी।
नाटक का निर्देशन अमला राय ने किया, जबकि प्रमुख भूमिकाओं में पंकज, सूरज और सौरभ ने अपने सशक्त अभिनय से प्रेमचंद के पात्रों को जीवंत कर दिया। संगीत संयोजन सुनील सिन्हा, मंच विन्यास सौरभ शर्मा, और वस्त्र विन्यास पंकज शर्मा द्वारा किया गया। निर्देशक अमला राय और संगीत निर्देशक सुनील सिंह, दोनों राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के पूर्व छात्र हैं और वर्तमान में हिमाचल में रहकर गाँव स्तर पर रंगकर्म को बढ़ावा दे रहे हैं।
कार्यक्रम में विशेष रूप से पधारे सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी एवं लेखक श्रीनिवास जोशी ने प्रस्तुति की गहराई और संवेदनशीलता की सराहना की। इसके अतिरिक्त, महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक डॉ. पंकज ललित भी अपनी धर्मपत्नी पूनम ललित के साथ विशेष रूप से उपस्थित रहे, जिन्होंने ग्रामीण युवाओं के इस प्रयास को भरपूर समर्थन और प्रोत्साहन दिया।
नाटक ने घीसू और माधव जैसे पात्रों के माध्यम से समाज में व्याप्त गरीबी, नैतिक क्षरण और मानवीय संवेदनहीनता को अत्यंत प्रभावशाली ढंग से उजागर किया। दर्शकों ने ग्रामीण युवाओं के द्वारा पहली बार किए गए इस मंचन को अत्यंत सराहा और प्रस्तुति के पश्चात देर तक तालियाँ गूँजती रहीं।
अल्प संसाधनों के बावजूद प्रस्तुति का स्तर अत्यंत प्रभावशाली रहा, और यह आयोजन अभिव्यक्ति संस्था की ग्राम्य युवाओं में नाट्यकला के विकास और हिन्दी साहित्य के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को प्रमाणित करता है। यह नाटक मुंशी प्रेमचंद को सच्ची मंचीय श्रद्धांजलि रहा।