कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने कहा कि किसी भी उत्पाद को लाभदायक मूल्य दिलाने के लिए उसकी सही मार्केटिंग अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने आज शिलारू में नव-निर्मित कृषि उपज मंडी का विधिवत उद्घाटन किया और कहा कि सेब सहित सभी कृषि उत्पादों के मूल्य उनकी ग्रेडिंग, पैकिंग और विपणन पर निर्भर करते हैं।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री सुक्खू ने 18 जून 2025 को इस मंडी का ऑनलाइन उद्घाटन किया था। अब मंडी को किसानों और बागवानों के लिए पूर्ण रूप से चालू कर दिया गया है। मंत्री ने किसानों से आग्रह किया कि वे मंडी में केवल सेब ही नहीं, बल्कि सब्जियों की भी बिक्री करें ताकि उन्हें इनका भी उचित मूल्य प्राप्त हो सके।
प्रो. चंद्र कुमार ने बताया कि शिलारू कृषि उपज मंडी को भविष्य में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाएगा, जिससे किसानों को आधुनिक विपणन व्यवस्था का लाभ मिलेगा। मंडी में 28 दुकानें, कार्यालय, पार्किंग और अन्य मूलभूत सुविधाएं विकसित की गई हैं। इसे और सशक्त बनाने के लिए अतिरिक्त बजट भी उपलब्ध करवाया जाएगा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कृषि उपज मंडी समितियाँ (एपीएमसी) किसानों को बिचौलियों से बचाने और उनके उत्पादों का बेहतर मूल्य सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाती हैं।
विधायक ठियोग कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता विद्या स्टोक्स का वर्षों पुराना सपना आज साकार हुआ है। उन्होंने मंडी को सड़क से जोड़ने, सॉइल टेस्ट लैब और ट्यूनिक गार्डन की स्थापना की मांग भी उठाई।
एपीएमसी शिमला-किन्नौर अध्यक्ष देवानंद वर्मा ने मंडी में शेड निर्माण, सफाई कर्मियों की तैनाती और जल आपूर्ति जैसी सुविधाओं की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम के दौरान पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया। इस मौके पर उपमंडल अधिकारी शशांक गुप्ता, मुकेश शर्मा, जिला परिषद सदस्य राजेश कँवर, उज्ज्वल मेहता, ग्राम पंचायत प्रधान रीता भारद्वाज सहित कई जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।