संत निरंकारी मिशन के तत्वावधान में शिमला स्थित बेम्लोई सत्संग भवन में जोनल लेवल इंग्लिश मीडियम संत समागम का आयोजन किया गया। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की कृपा से संपन्न हुए इस समागम की अध्यक्षता अंबाला से पधारे केंद्रीय प्रचारक आदरणीय संत परविंदर पॉल सिंह जी ने की।
अपने प्रेरणादायक विचारों में उन्होंने जीवन की क्षणभंगुरता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समय तेजी से बीत रहा है और एक दिन इस जीवन का अंत निश्चित है। ऐसे में सतगुरु द्वारा प्राप्त ब्रह्मज्ञान ही जीवन को अर्थ देता है और हमें आत्मिक शांति की ओर ले जाता है। उन्होंने बताया कि इंग्लिश मीडियम सत्संग की शुरुआत एक छोटे से प्रयास के रूप में हुई थी, जो आज एक विस्तृत और प्रभावी स्वरूप ले चुका है।
संत परविंदर पॉल सिंह जी ने कहा कि सभी वक्ताओं ने जिस भाव से अपने विचार साझा किए, वह सत्य पर आधारित थे, और सत्य केवल एक ही होता है — जिसे सतगुरु की कृपा से जाना जा सकता है। उन्होंने बताया कि चंचल मन को सेवा, सिमरन और सत्संग के माध्यम से निरंकार से जोड़ा जा सकता है, और जब निरंकार का बोध होता है तो हर जीव से प्रेम करना सहज हो जाता है।
गुरबाणी, हरदेव वाणी और वेदों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सभी ग्रंथ एक ही सत्य की ओर संकेत करते हैं — और उसी से मानवता की सच्ची सेवा संभव है।
समागम में किन्नौर, रामपुर, रोहड़ू, सुन्नी और शिमला से आए श्रद्धालुओं ने समूहगान, युगलगीत, कविताएं, एकल प्रस्तुतियां और वक्तव्यों के माध्यम से सतगुरु के संदेश को प्रभावशाली रूप में प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर जोनल इंचार्ज आदरणीय कैप्टन एन.पी.एस. भुल्लर जी ने समागम को सफल बनाने वाले संयोजकों, सेवादल अधिकारियों और युवा स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त करते हुए सभी के लिए सुख, शांति और आध्यात्मिक उन्नति की कामना की।