कासार्थ विद्यार्थी (Student for Development – SFD) की हिमाचल इकाई ने भीषण गर्मी और तेज धूप में पक्षियों व बेसहारा पशुओं की मदद के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) परिसर में “जल-पात्र अभियान” चलाया। इस पहल के तहत परिसर के 23 अलग-अलग स्थानों पर पानी के बर्तन रखे गए।
अभियान का नेतृत्व एसडीएफ हिमाचल के अध्यक्ष और विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग (सीडीओई) में सहायक प्रोफेसर डॉ. दीपक शर्मा ने किया। उन्होंने बताया कि इस प्रयास में एसडीएफ के स्वयंसेवियों के साथ सीडीओई के विद्यार्थी, एमबीए (ग्रामीण विकास) विभाग के पूर्व छात्र और विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मचारी भी जुड़े।
डॉ. शर्मा ने बताया कि यह अभियान न केवल एचपीयू तक सीमित है, बल्कि प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी इसे विस्तार दिया जा रहा है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने क्षेत्रों में भी ऐसे प्रयास करें ताकि गर्मी के मौसम में पशु-पक्षियों को राहत मिल सके और उनकी जान बचाई जा सके।