हिम सिने सोसायटी एक सोच शिमला एवं भारतीय चित्र साधना के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय चित्रोत्सव आज गेयटी थिएटर में संपन्न हुआ। इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रख्यात अभिनेता व निर्देशक अरुणा अरोड़ा ने कहा कि हमें राष्ट्रहित को सर्वोपरि रख सकारात्मक सिनेमा को प्रस्तुत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नवोदित सिनेमा निर्देशक और निर्माता राष्ट्रभाव को सिनेमा में प्रमुखता देने की ओर अपना ध्यान अवश्य केंद्रित करें। विख्यात सिनेमा पटकथा लेखिका ,स्तंभकार, उपन्यासकार अद्वैता काला ने विचार को कहानी में परिवर्तित करने के साथ-साथ पटकथा लेखन व लेखन की विभिन्न विधाओं के संबंध में व्याख्यान प्रस्तुत किया।
सोसाइटी के सचिव संजय सूद ने बताया कि चित्र उत्सव में 28 फिल्मो का प्रदर्शन किया गया। इसमें स्थानीय नवोदित फिल्म निर्देशक, फिल्मों में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के अतिरिक्त लगभग 150 विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों के मीडिया विभाग के छात्रों एवं छात्राओं ने दो दिवसीय कार्यक्रम में फिल्मों का अवलोकन किया। सेंट्रल यूनिवर्सिटी धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ,एपीजी यूनिवर्सिटी ,शूलिनी यूनिवर्सिटी, राजकीय महाविद्यालय संजौली, कोटशेरा ,आरकेएमवी ,के छात्र-छात्राएं इसमें शामिल थी। कार्यक्रम में राजकीय महाविद्यालय संजौली, दयानंद पब्लिक स्कूल व सरस्वती विद्या नगर विकास नगर के विद्यार्थियों में गीता समूह गान प्रस्तुत किया।