आईआईटी दिल्ली की पहल पर CMTC PRAGATI NAGAR गुम्मा, कोटखाई , शिमला में महिला उद्यमियों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न महिला उद्यमियों को वित्तीय और डिजिटल साक्षरता के माध्यम से सशक्त बनाने की दिशा में आईआईटी दिल्ली और EXL की सीएसआर पहल के तहत 4 से 6 फरवरी, 2025 तक गुम्मा, कोटखाई, शिमला में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 40 महिला उद्यमियों ने भाग लिया और व्यावसायिक कौशल, डिजिटल तकनीक और वित्तीय प्रबंधन पर महत्वपूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त किया।
प्रशिक्षण की मुख्य विशेषताएं: ✅ व्यावसायिक रणनीतियाँ: सीमित संसाधनों के कुशल उपयोग से व्यवसाय के विस्तार की तकनीक सिखाई गई। ✅ डिजिटल कौशल उन्नयन: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और डिजिटल टूल्स के प्रभावी उपयोग पर गहन प्रशिक्षण दिया गया। ✅ वित्तीय प्रबंधन: वित्तीय रिकॉर्ड संधारण, पूंजी प्रबंधन और सरकारी योजनाओं के लाभ लेने के व्यावहारिक तरीके समझाए गए। ✅ व्यक्तिगत मार्गदर्शन: महिला उद्यमियों को उनके व्यवसाय से जुड़े व्यक्तिगत प्रश्नों के समाधान हेतु विशेषज्ञों द्वारा विशेष मार्गदर्शन दिया गया। आईआईटी दिल्ली की पहल को मिली सराहना इस कार्यक्रम की रूपरेखा आईआईटी दिल्ली द्वारा तैयार की गई थी, जिसकी परिकल्पना प्रो. सीमा शर्मा ने की।
उनकी दूरदृष्टि और मार्गदर्शन से इस प्रशिक्षण को एक प्रभावी रूप मिला। आईआईटी दिल्ली की टीम ने पूरे तीन दिनों तक प्रशिक्षण का संचालन किया, जिसमें उन्होंने प्रतिभागियों को डिजिटल तकनीक, वित्तीय योजनाओं और व्यावसायिक कौशल से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर व्यावहारिक जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के तीसरे दिन प्रो. सीमा शर्मा और प्रो. गौरव द्विवेदीने ऑनलाइन माध्यम से प्रशिक्षण सत्र को संबोधित किया और महिला उद्यमियों के सवालों के उत्तर दिए। विशिष्ट अतिथियों की भागीदारी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुनीत शर्मा (प्रोजेक्ट मैनेजर, HPSRLM) ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और महिला उद्यमियों को प्रेरित किया।
हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (HPSRLM) के सहयोग और समन्वय ने इस कार्यक्रम की सफलता में अहम भूमिका निभाई, जिसके लिए आयोजकों ने विशेष धन्यवाद व्यक्त किया। महिला उद्यमिता के सशक्तीकरण की दिशा में बड़ा कदम यह प्रशिक्षण कार्यक्रम महिला उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। इस पहल ने व्यावसायिक शिक्षा, तकनीकी ज्ञान और वित्तीय जागरूकता को एक साथ लाकर ग्राम्य क्षेत्रों की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक ठोस मंच प्रदान किया।