विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर शिमला पहुंचने वाले पर्यटकों का स्वागत पारंपरिक अंदाज में फूल-मालाओं से किया गया। शिमला-कालका रेलमार्ग से आने वाले पर्यटकों को रेलवे स्टेशन पर जिला पर्यटन विभाग की ओर से विशेष आतिथ्य अनुभव कराया गया।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी जगदीश शर्मा ने जानकारी दी कि शिमला प्रतिदिन हजारों पर्यटकों की मेज़बानी करता है। इसी क्रम में विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर मॉल रोड, विक्ट्री टनल और द लिफ्ट क्षेत्र में पर्यटकों को पर्यटन संबंधित प्रचार सामग्री भी वितरित की गई।
शर्मा ने बताया कि हर वर्ष 27 सितंबर को मनाया जाने वाला विश्व पर्यटन दिवस, वैश्विक स्तर पर पर्यटन के महत्व को रेखांकित करता है। इस वर्ष की थीम “पर्यटन और सतत परिवर्तन” है, जो पर्यावरणीय संतुलन और स्थानीय संस्कृति के संरक्षण को प्राथमिकता देती है।
उन्होंने बताया कि पर्यटन न केवल स्थानीय संस्कृति को वैश्विक मंच प्रदान करता है, बल्कि यह रोजगार सृजन और आर्थिक विकास में भी अहम भूमिका निभाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को यात्रा और नई जगहों की खोज के लिए प्रेरित करना है, जिससे वैश्विक भाईचारे और समझ को बढ़ावा मिले।
इसके अतिरिक्त, प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन क्षेत्र को सशक्त करने हेतु कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। विशेष रूप से मुख्यमंत्री पर्यटन स्टार्टअप योजना के तहत होम स्टे इकाइयों के विस्तार और नई पर्यटन इकाइयों की स्थापना को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस योजना में शहरी, ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में ऋण पर ब्याज सब्सिडी दी जा रही है, जिससे स्थानीय उद्यमियों को स्वरोजगार के अवसर मिलें।
शर्मा ने कहा कि यह योजना हिमाचल के युवाओं के लिए एक सशक्त अवसर है, जो पर्यटन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। होम स्टे जैसे विकल्प पर्यटकों को सस्ती और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध अनुभव प्रदान करते हैं, जिससे ग्रामीण पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है।
इस अवसर पर पर्यटन विभाग की पहल को पर्यटकों ने सराहा और विश्व पर्यटन दिवस को यादगार अनुभव के रूप में लिया।